उत्तर-पूर्व के लोगों पर नस्ली हिंसा, मेघालय बीजेपी अध्यक्ष का गृहमंत्री को पत्र

मीडिया विजिल मीडिया विजिल
समाज Published On :


राजधानी दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में उत्तर-पूर्व के लोगों विशेषकर महिलाओं और छात्रों के साथ नस्लीय हिंसा और उत्पीड़न एक गंभीर और पुराना मसला है, फिर भी इस मसले पर कभी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गयी है. एक तरफ कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार कठोर कदम उठा रही है, वहीं अपने ही देश में उत्तर-पूर्व के राज्यों के नागरिकों को दूसरे राज्यों व राजधानी दिल्ली में नस्लभेदी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा रहा है. रविवार रात उत्तरी दिल्ली के विजय नगर इलाके में स्कूटी सवार शख्स ने मणिपुरी लड़की पर पहले थूका और फिर उसे ‘कोरोना ‘ कहकर भाग गया. 

विजयनगर केस की ट्विटर पर जानकारी साझा करते हुए अखू चिंगांगबैम ने लिखा, दिल्ली के विजयनगर में एक प्रौढ़ आदमी मणिपुर की एक लड़की पर थूककर उसे कोरोना कहते हुए भाग गया. उस शख्स के पास सफेद रंग की स्कूटी थी.’

इस ट्वीट के साथ ही लड़की पर गिरे थूक की तस्वीरें भी लगायी गयी हैं.

पुलिस के मुताबिक, घटना रविवार शाम को हुई. महिला ने पुलिस को बताया कि वह बाजार से राशन खरीद कर वापस विजयनगर स्थित घर जा रही थी. जब वह एक अंधेरी गली से गुजर रही थी तो एक 50 साल के शख्स ने उस पर यह टिप्पणी की. उसने इस पर आपत्ति जतायी तो शख्स ने उस पर थूक दिया और कोरोना चिल्लाकर वहां से मोटरसाइकिल पर भागने में सफल हो गया.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर हैरानी जतायी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुझे यह पढ़कर हैरानी हुई. दिल्ली पुलिस जल्द इस गुनाहगार को पकड़े और सख्त ऐक्शन ले. हमें देश के रूप में एकजुट रहना है. खासकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में.

इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 509 के तहत केस दर्ज़ किया है.

बीते शुक्रवार को ही मेघालय सहित उत्तर-पूर्व के छात्रों के साथ राजधानी दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में नस्ली टिप्पणी और उत्पीड़न के मुद्दे पर मेघालय राज्य बीजेपी अध्यक्ष ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर शिकायत की है. भाजपा के मेघालय प्रदेश अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने अमित शाह को पत्र लिख कर मेघालय के लोगों, विशेष रूप से छात्र समुदाय और उत्तर-पूर्व राज्यों के लोगों पर देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले उत्पीड़न की औपचारिक शिकायत की है.

मावरी ने अपने पत्र में लिखा है कि इस वक्त जब पूरा विश्व और भारत कोरोना जैसे भयंकर जानलेवा वायरस का मुकाबला कर रहा है ठीक उस वक्त कुछ लोग इस स्थिति का अनुचित फायदा उठा रहे हैं. मावरी ने अपने शिकायत पत्र में आगे लिखा है- उत्तर-पूर्व के लोगों की तमाम शिकायतें अनसुनी कर दी गयीं. उन्होंने क्षेत्र और राज्य के लोगों की ओर से सम्बंधित अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे इन घटनाओं को रोकने के लिए ज़रूरी कदम उठाये और दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई करें.

पत्र के अंत में उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री को लिखा है कि वक्त रहते इन घटनाओं को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाये जाने चाहिए. इस बात पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए कि कैसे यहां के लोगों के खिलाफ़ होने वाली नस्लवादी टिप्पणी और उत्पीड़न को कैसे कम किया जा सके।


Related