क्या है बुल्ली बाई एप? क्या है एप का मकसद?

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मुस्लिम महिलाओं को अपमानित के लिए एक बार फिर नया एप सामने आया है, जिसका नाम Bulli bai app है। इस एप के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं की नीलामी की जा रही है। इसे लेकर कई महिलाओं नें शिकायत भी दर्ज कराई है, जिनका कहना है कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट से उनकी तस्वीर के साथ बाकी जानकारियां चुराई गई हैं।

क्या है पूरा मामला…

दरअसल, Bulli bai app के ज़रिए भारतीय महिलाओं (ज़्यादातर मुस्लिम महिलाओं ) की सौदेबाजी करके इससे पैसा कमाने की बात सामने आई है। इसमें कई फेमस एक्ट्रेस, नामी महिलाओं और पत्रकारों के नाम शामिल हैं। जिसमें महिलाओं के फेसबुक, ट्वीटर और इंस्टाग्राम अकाउंट्स से उनकी पर्सनल जानकारी और फोटो चुरा कर अपशब्दो के साथ इस एप पर अपलोड किया जा रहा।

कुछ आरेपियों को पुलिस ने पकड़ा…

इस मामले में उत्तराखंड़ की एक 21 वर्षीय महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया है। महिला से पूछताछ जारी है। इस महिला के संबंध नेपाल के एक शख्स के साथ सामने आए हैं, वही इस महिला को एप के ज़रिए सभी निर्देश देता था। इस मामले से जुड़े दो आरोपियों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आप तक 3 आरोपी इस मामले में पकड़े गए हैं। मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने कहा कि यह बहुत संवेदनशील मामला है, इसलिए सभी विवरणों का खुलासा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि इससे जांच प्रभावित हो सकती है।

उन्होंने कहा कि बुल्ली बाई ऐप के सिर्फ 5 फॉलोअर्स थे, और इसी के जरिए हमें बेंगलुरु के इंजीनियरिंग के सेकेंड ईयर छात्र विशाल कुमार झा और उत्तराखंड की श्वेता सिंह तक पहुंचने में मदद मिली। उन्होंने आगे कहा कि हमने सभी संबंधित ट्विटर हैंडल को चेक किया और इसके माध्यम से अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। विशा झा 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में और श्वेता सिंह ट्रांजिट रिमांड पर रहेगी। वहीं, पुलिस ने सभी को अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल को लॉक रखने की हिदायत दी है जिससे कोई भी आपकी पर्सनल जानकारी चुरा न सके।

GitHub पर अपलोड हुए यह ऐप, Sulli Deal की तरह इसका भी मकसद…

आपको बता दें कि बुल्ली बाई एप को माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाली ओपन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइट Github पर बनाया गया है। GitHub एक माइक्रोसॉफ्ट का सॉफ्टवेयर शेयरिंग प्‍लेटफॉर्म है। GitHub पर कोई भी इन-डिवेलपमेंट ऐप को अपलोड और शेयर कर सकता है।

इससे पहले साल 2020 में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जो Sulli Deal के नाम से जाना गया था। यह भी इसी तरह का एप था। बुल्ली बाई और सुल्ली डील में कोई अंतर नहीं है। इन दोनों ऐप का मकसद एक ही है- मुस्लिम महिलाओं का मानसिक और शारीरिक शोषण करना। दोनों ऐप के नाम मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अपमानजनक शब्द हैं।