केंद्रीय मंत्री के बेटे की ‘रेड कार्पेट’ गिरफ्तारी से किसानों में बढ़ा रोष : राकेश टिकैत

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लखीमपुर हिंसा में आरोपी आशीष मिश्रा के गिरफ्तार होने के बाद भी किसानों का आक्रोश काम नही हुआ है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की चल रही जांच पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने मंत्री के बेटे की इस तरह की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की ‘रेड कार्पेट’ गिरफ्तारी ने आंदोलनकारी किसानों के गुस्से को भड़का दिया है।

“निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती”

राहुल गांधी के बाद अब अजय मिश्रा को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अगर आरोपी के पिता पद पर बने रहते हैं तो निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। बता दें की बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात में राहुल और प्रियंका गांधी ने भी इसी मुद्दे पर राष्ट्रपति से बात की थी और कहा था की ये कांग्रेस की मांग नहीं बल्कि मृतकों के परिवारों की मांग है, किसानों की मांग है।

एसआईटी की जांच को प्रभावित कर रहे मंत्री: टिकैत

टिकैत ने टप्पल कस्बे में एक कार्यक्रम में कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि जब तक मुख्य आरोपी के मंत्री पिता को पद से नहीं हटाया जाता तब तक न्याय नहीं हो सकता हैं। मामले में चल रही जांच पर असंतोष व्यक्त करते हुए राकेश टिकैत ने दावा किया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एसआईटी की जांच को प्रभावित कर रहे हैं। भाकियू नेता ने संवाददाताओं से कहा कि घटना के मुख्य आरोपी मंत्री के बेटे की ‘रेड कार्पेट’ गिरफ्तारी ने प्रदर्शनकारी किसानों के गुस्से को हवा दी है। साथ ही टिकैत ने कहा कि अगर अजय मिश्रा को उनके पद से नहीं हटाया गया तो लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ जारी विरोध और तेज़ हो जाएगा।

बता दें कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब किसानों की मांग है की मंत्री को बर्खास्त किया जाए नही तो वह देशव्यापी विरोध की शुरुआत करेंगे इसी संबंध में भाकियू नेता ने कहा कि 18 अक्टूबर को रेल रोको प्रदर्शन होगा। 26 अक्टूबर को लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन करेगा।