तेजस्वी बोले-आदमी चाँद पर जा सकता है तो बिहार में कारख़ाना क्यों नहीं लग सकता नीतीश जी?


राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार साफ तौर पर हाथ खड़े कर दिए हैं, यह कह कर कि बिहार में समुद्र नहीं है इसीलिए बड़े कारखाने, उद्योग नहीं लग सकते। रोजगार नहीं दिए जा सकते। इसका मतलब साफ़ है कि नीतीश कुमार जी की कोई मंशा ही नहीं है कि बिहार में उद्योग लगें।


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बिहार विधानसभा चुनाव का पहला मतदान 28 अक्टूबर को है। ऐसे में प्रचार के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चरम पर है। आज कई सभाओं और उसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार साफ तौर पर हाथ खड़े कर दिए हैं, यह कह कर कि बिहार में समुद्र नहीं है इसीलिए बड़े कारखाने, उद्योग नहीं लग सकते। रोजगार नहीं दिए जा सकते। इसका मतलब साफ़ है कि नीतीश कुमार जी की कोई मंशा ही नहीं है कि बिहार में उद्योग लगें। नौकरी मिले। जब उद्योग नहीं लगेंगे, नौकरी नहीं मिलेगी तो जाहिर तौर पर पलायन बढेगा। पलायन बढेगा तो गरीबी और बढ़ेगी। बिहार का पैसा शिक्षा को लेकर, अस्पताल में इलाज कराने को लेकर बाहर जाता है। यहाँ कोई आईटी सेक्टर नहीं है। क्यों नहीं हो सकता? साफ बात है जब आदमी चाँद पर जा सकता है तो बिहार में कारखाने क्यों नहीं लग सकते?

कुछ दिन पहले चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में उद्योग नहीं लग सकता है क्योंकि यहां पर समुद्र नहीं है। जिस पर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा में भी समुद्र नहीं है। वहां पर भी कृषि योग्य ही जमीन है लेकिन वहां पर उद्योग कैसे है?

अपने पिता लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते किए गए काम को जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, जब लालू जी रेल मंत्री थे तो बिहार के छपरा, परसा, और मधेपुरा में रेलवे कारखाना लगे। मुख्यमंत्री जी थक चुके हैं। उनसे बिहार नहीं संभल रहा इसीलिए इस तरह की बयानबाज़ी कर रहे हैं।

दरअसल, महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी तेजस्वी बेरोज़गारी को बड़ा मुद्दा बना रहे हैं। उन्होंने बिहार के जनता से वादा किया हैं कि अगर उनकी सरकार बनती है तो अपनी पहली कैबिनेट मीटिंग में 10 लाख युवाओं को विभिन्न विभाग में रोजगार देने का काम करेंगे। इसी वादे पर नितीश कुमार ने सवाल कर कहा कि कुछ लोगों को ज्ञान है नहीं, और कुछ भी बोलते रहते हैं। कह रहा कि 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे तो पैसा कहां से आयेगा? सिर्फ 10 लाख को ही क्यों सबको नौकरी दो! आगे उन्होंने पारिवारिक हमला करते हुए कहा, नौकरी दोगे तो पैसा जेल से दोगे, जिस पैसा के लिए अंदर गए हो उसी पैसा से वेतन दोगे!

10 लाख लोगों को रोजगार देने के लिए पैसों के उठे सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा, जल-जीवन हरियाली के लिए 24 हज़ार करोड़ रूपये कहाँ से आ रहा है? जब वे कह रहें कि बच्चियां जब पास करेंगी तो उन्हें इतना पैसा देंगे तो वह कहाँ से आएगा? तो जो रिक्त पद हैं, क्या उन्हें भरने का काम नहीं करेंगे मुख्यमंत्री जी? जो 15 साल में नहीं किया, वह हम करने जा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि बिहार की जनता महागठबंधन की सरकार बनाने जा रही है।