गुजरात में कोरोना थमेगा जब आनंदीबेन पटेल होंगी सीएम : सुब्रमण्यम स्वामी

आदर्श तिवारी
ख़बर Published On :


महाराष्ट्र के बाद गुजरात राज्य में कोरोना का कहर सबसे अधिक है। राज्य की भाजपा सरकार अपने स्तर पर कोरोना वायरस को नियंत्रित करने की बात कह रही है लेकिन भाजपा के ही सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बयान में गुजरात के मुख्यमंत्री को हटाने की बात कही है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि गुजरात में कोरोना संक्रमण से होने वाले नुकसान और मौतों पर तभी रोक लगायी जा सकती है जब आनंदीबेनबेन पटेल मुख्यमंत्री के तौर पर वापस आएं। सुब्रमण्यम स्वामी का ये बयान वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के नेतृत्व पर भी सवाल उठाता है।

श्रमिक एक्सप्रेस में टिकट लिए जाने को बताया था मुर्खतापूर्ण

सुब्रमण्यम स्वामी इसके पहले भी कई मुद्दों पर अपनी ही सरकार को घेरते रहते हैं। हाल ही में प्रवासी मजदूरों के लिए चलायी गयी श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में मजदूरों से किराया लिए जाने वाली बात पर उन्होंने इसे सरकार का मूर्खतापूर्ण रवैया बताया था।

विजय रूपाणी को हटाये जाने की अफ़वाह

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के दौरान विजय रूपाणी को सीएम पद से हटाये जाने की बात भी सामने आई थी। कहा जा रहा था कि विजय रूपाणी के जगह मनसुख मांडविया को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है लेकिन मनसुख मांडविया ने ख़ुद एक ट्वीट करके इन अटकलों को खारिज़ कर दिया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि इस समय राज्य कुशल नेतृत्व में है। मुख्यमंत्री बदलने की अफ़वाहें न फैलाएं।

7400 से अधिक कोरोना संक्रमित

महाराष्ट्र के बाद इस समय गुजरात में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। अब तक गुजरात में 7400 से अधिक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। साथ ही 449 लोगों की इस संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है। गुजरात में बढ़ते हुए मामलों के बीच एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया सहित विशेषज्ञों की एक टीम गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गयी है। इस टीम के द्वारा अस्पतालों के दौरे के साथ ही वहां के डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बेहतर सुझाव दिए जा रहे हैं। एम्स डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने अहमदाबाद पहुंच कर हालात का जायजा लेने के बाद बताया कि यहां सामाजिक दबाव और कोरोना के डर से लोग संक्रमण के बारे में नहीं बता रहे हैं। इसी वजह से यहां कोरोना संक्रमण के चलते मौत की संख्या में इज़ाफा हुआ है। इसके पहले एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने जून और जुलाई के महीने में कोरोना संक्रमण के चरम पर पहुंचने की बात कही थी।

तस्वीर: ट्विटर

 

 


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