न्यूज़ीलैंड में अमेरिका का उदाहरण बहुत काम आ रहा है. जिस तरह से डोनल्ड ट्रंप और अतिवादी दक्षिणपंथ ने एक वैकल्पिक मीडिया परिवेश बनाया तथा मुख्यधारा की मीडिया को अपने प्रचार के हथियार…
दिल्ली युनिवर्सिटी के गणित विभाग में उत्तर पत्रिकाओं के पुनर्मूल्यांकन की मांग को लेकर अनशन पर बैठे छात्र-छात्राओं को कल देर रात पुलिस ने उठा लिया और मॉरिस नगर थाने में ले जाकर…
हफ्ते भर से गायब चल रहे थे नंदू गोंड
न केवल गणित बल्कि भौतिकी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र और एनसीडब्लूईबी के परचों के मूल्यांकन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है जिसके चलते इन विभागों में 80 फीसदी छात्र परीक्षा में फेल हो…
बंजारों की त्रासदी है कि उन्हें तमाशा बनाकर लोग विदेश घूम रहे हैं जबकि उनके जीवन में रत्ती भर भी फर्क नहीं आया।
संख्या का पैमाना और उसका बल एक निरपेक्ष शासन व्यवस्था और विशेष रूप से जनतंत्र जैसी व्यवस्था का सबसे बड़ा शत्रु है
यह किताब उनके शोध और अनुभवों के लिए तो पढ़िए ही, उनकी भाषा के लिए भी पढ़ें
देश का बहुसंख्यक समाज मिलकर अपने हक की लड़ाई लड़े तो व्यवस्था में भागीदारी को साजिश के तहत ख़त्म करने पर तुली शक्तियों को झुकना ही पड़ेगा
प्रोफेसर राम पुनियानी को आतंकित करने की इस हरकत के खिलाफ देश भर में आवाज़ बुलन्द हुई है,
समूह में आपसी चर्चा के बाद लोग अक्सर मध्यमार्गी होने की जगह ज्यादा कट्टर बन जाते हैं.
चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है.
मानवाधिकार जन निगरानी समिति के डॉ. लेनिन और ह्यूमन राइट्स लीगल नेटवर्क की अनुराधा द्वारा 1 मार्च को वाराणसी में सीवर लाइन में हुए दो सफाई कर्मियों की दर्दनाक मौत पर दाखिल जनहित…
इस वयोवृद्ध एडिटर के घर पर पिछले साल अज्ञात लोगों ने पट्रोल बम भी फेंक दिया था।
लखनऊ ने बताया कि नफ़रत फैलाने वालों के ख़िलाफ सड़क पर उतरने का समय आ गया है।
वाजपेयी ने कहना शुरू किया- “श्रीमान स्पीकर,हमें अभी-अभी यह खबर मिली है।’’ इस पर नागपुर से सांसद विलास मुत्तमवार ने टोका कि अभी नहीं ‘आधे घंटे पहले।’ टोकाटोकी से चिढ़े वाजपेयी बोले- ‘आपकी…
दुनिया भर में भारतीय मीडिया की ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयानबाज़ी और रिपोर्टिंग का मखौल उड़ रहा है.
कोई तो वजह होगी कि वक़ील होने के बावजूद महात्मा गाँधी ने आवाम को न्याय दिलाने के लिए कभी भी अदालत का दरवाज़ा नहीं खटखटाया?
काशी में तबाही के पहले चरण का आज प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन
पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद के दहला देने वाले फिदायीन हमले के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित हो रहे आतंकवाद के खिलाफ विश्वव्यापी तीखी प्रतिक्रिया होगी। माना जा…
समाजवादी जन परिषद के भुवनेश्वर सम्मेलन से ठीक पहले संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और नियमगिरि सुरक्षा समिति के जुझारू नेता लिंगराज आज़ाद की गिरफ्तारी की चौतरफा निंदा हो रही है। गौरतलब है कि…
बेरोज़गारी चरम पर है। शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। खेती में कोई सुधार नहीं है। अब ऐसे में राष्ट्रवाद ही प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ नयापन पैदा कर सकता है। मगर इन नाकामियों…
वह इतिहासकार रामचन्द्र गुहा के बाद देश के दूसरे बड़े इंटिलेक्चुअल थे जिन्होंने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को फासिस्ट मानने से इंकार कर दिया था।
चंद्र प्रकाश झा भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने स्पष्ट कहा है कि 17 वीं लोक सभा के चुनाव ‘समय पर’ होंगे. जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में फ़िदायीन आतंकी हमला और…
उत्तेजित भीड़ रिपब्लिक चैनल की ओबी वैन को जलाने के चक्कर में थी तब तक पटना कोतवाली पुलिस पहुँच गयी
इस देश की करोड़ों-करोड़ जनता आज भी सोशल मीडिया से दुनिया नहीं देखती