नेपाल में भी लॉकडाउन, कोरोना के तीन मामलों के साथ भारत और चीन की सीमाएं सील

नरेश ज्ञवाली
ख़बर Published On :

Street view at Kathmandu Durbar Square, a UNESCO World Heritage Site in Nepal (Shutterstock/Constantin Stanciu)


विश्व भर में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए नेपाल ने मंगलवार से देश भर में एक हफ्ते का लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन मंगलवार को सुबह 6 बजे से लागू हो चुका है।

सोमवार को कोरोना के दूसरे केस की पुष्टि होने के कुछ घंटे बाद ही सरकार ने यह फैसला लिया। यह मामला 19 साल की एक नेपाली छात्रा में पाया गया जो 17 मार्च को फ्रांस से वाया कतर, काठमांडू आयी थी। फिलहाल उसे अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया है।

अब तक नेपाल में कोराना के कुल तीन मामले सामने आये हैं जिसमें एक की रिकवरी हो चुकी है और दो केस सक्रिय हैं।

इसी को देखते हुए देश को लॉकडाउन किया गया है और भारत व चीन के साथ बार्डर बंद कर दिया गया है। लॉकडाउन के समय में लोगों को अतिआवश्यक काम छोड़ कर घर से बाहर न निकलने के लिए सरकार ने अपील की है।

नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने कहा–  “संक्रमण के अवस्था को ख़याल में रखते हुए संक्रामक रोग नियन्त्रण एक्ट 2020 की दफ़ा 2 के अधिकार को प्रयोग करते हुए लॉकडाउन करने का निर्णय सरकार ने लिया है।

नेपाल में पहला केस जनवरी में एक व्यक्ति में सामने आया था जो चीन के वुहान शहर में अध्ययनरत था। उसकी रिकवरी हो चुकी है, लेकिन विश्व भर में रोजगार, अध्ययन आदि कारणों से विदेशों में रह रहे लोगों के स्वदेश आगमन के साथ ही संक्रमण की दर में आशंका के चलते सरकार ने उच्च सतर्कता के तौर पर बंदी का निर्णय लिया है।

लॉकडाउन की अवस्था में सरकार द्धारा जारी किये जाने वाले अनुमति पत्र के अलावा कोई भी गाडियां बाहर नहीं निकल सकती हैं। स्वास्थ्यकर्मी, सुरक्षाकर्मी, प्रेस तथा सामान ढोनें वालों को ही बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी।

लॉकडाउन के समय में नेपाल के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय विमान स्थल त्रिभुवन एयरपोर्ट के साथ–साथ देश के अन्य विमानस्थल भी पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। सरकार का कहना है कि लॉकडाउन की अवहेलना करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।


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