लखनऊ: गृह राज्यमंत्री टेनी को बर्खास्त करने की मांग, कांग्रेस विधायकों का विधानसभा मार्च।

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एसआईटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद लखीमपुर किसान नरसंहार का मामला एक बार फिर तूल पकड़ रहा हैं। इस मामले में विपक्ष भी एक्टिव हो गया है और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग भी तेज़ कर दी है। आज यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस विधायकों ने लखीमपुर में किसानों को गाड़ी से कुचलने के आरोपी आशीष मिश्रा पुत्र केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। विधायकों ने लखनऊ के जीपीओ स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक मार्च निकाला।

इस मार्च में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस की नेता विधान मंडल आराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस के नेता विधान परिषद दीपक सिंह भी शामिल हुए और गृह राज्यमंत्री ‘अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो’ के नारे लगाए। वहीं टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और लखीमपुर किसान नरसंहार में उनकी भूमिका की जाँच की मांग को लेकर मंगलवार को प्रियंका गांधी ने प्रेस वक्तव्य जारी किया। उधर राहुल गांधी ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री ने किसानों को मारने का काम किया। साथ ही उन्होंने मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर मोदी सरकार को घेरा।

गृह राज्य मंत्री को PM और गृहमंत्री क्यों बचा रहे हैं: प्रियांका गांधी

बता दें कि कल एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में माना कि किसान नरसंहार सुनियोजित योजना से किया गया था। इसके साथ ही मंत्री पुत्र समेत 13 आरोपियों पर कई धाराएं भी बढ़ाई गई थी। इसके बाद प्रियंका गांधी ने प्रेस वक्तव्य जारी किया, जिसमे कहा गया कि लखीमपुर किसान नरसंहार के दो महीने बाद जांच कर रही एसआईटी का कहना है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे एवं अन्य आरोपियों ने आपराधिक कृत्य लापरवाही एवं उपेक्षा से नहीं, बल्कि जानबूझकर पूर्व सुनियोजित योजना के तहत जान से मारने की नीयत से किया था। साथ ही इस वक्तव्य में प्रियंका ने सवाल लिया कि एसआईटी की रिपोर्ट के बाद भी गृह राज्य मंत्री को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्यों बचा रहे हैं?

आगे प्रियंका ने कहा कि इस मामले में किसानों ने शुरुआत से ही यह बात कही थी कि गृह राज्यमंत्री के बेटे ने साजिश करके इस घटना को अंजाम दिया था। उच्चतम न्यायालय ने भी घटना की  निष्पक्ष और गहन जांच सुनिश्चित कराने को लेकर चिंता जाहिर की थी और जांच की धीमी गति एवं जांच के तरीके पर अप्रसन्नता व्यक्त की थी। पीड़ित परिवार और हम, सत्याग्रह कर रहे लोग पहले ही दिन से मांग कर रहें हैं कि गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी हो। क्योकि घटना स्थल पर मौजूद लोगों एवं पीड़ित परिवारों का साफ-साफ कहना था कि पूरी साजिश करके हिंसा की गई और किसानों को कुचला गया था।

इस मामले में गृह राज्य मंत्री की क्या भूमिका थी: प्रियांका गांधी

प्रियंका ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, गृहमंत्री अमित शाह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी किसान विरोधी मानसिकता का खुला प्रदर्शन करते हुए गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के साथ मंच शेयर किया एवं उनकों संरक्षण दिया। वहीं प्रेस वक्तव्य में मंत्री को तुरंत बर्खास्त करने की मांग के साथ ही दो जांच योग्य विषय को बताते हुए इन एंगलो से भी जांच की मांग कि गई। जिसमे पहला यह कि इस मामले में गृह राज्य मंत्री की क्या भूमिका थी? वहीं दूसरा विषय में कहा गया कि मोदी सरकार एवं सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अब तक गृह राज्यमंत्री का संरक्षण क्यों दिया और इस दिशा में जांच क्यों नहीं की?

अपने मंत्री को बर्खास्त ना करना अन्याय है, अधर्म है: राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मंत्री को बर्खास्त करने की मांग के साथ मोदी सरकार पर अधर्म का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, धर्म की राजनीति करते हो, आज राजनीति का धर्म निभाओ, यूपी में गए ही हो, तो मारे गए किसानों के परिवारों से मिलकर आओ। अपने मंत्री को बर्खास्त ना करना अन्याय है, अधर्म है!


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