कई राज्य बाढ़ से प्रभावित, अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत

मीडिया विजिल मीडिया विजिल
ख़बर Published On :


केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड समेत 9 राज्यों में बाढ़ अभी तक जानलेवा बनी हुई है. बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले केरल में 8 अगस्त से आज तक 95 लोगों की मौत हो चुकी हैं और 59 लोग लापता हैं. सबसे अधिक, 35 लोगों की मौत मलप्पुरम में हुई है. वायनाड में 12 और  कोझीकोड में 17 लोग मारे गये हैं. केरल में लगातार दूसरे साल बारिश और भूस्खलन से तबाही हुई है. पिछले साल बाढ़ में 400 लोगों की जान चली गई थी.

लगातार हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ से केरल में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. राज्य में 2 लाख 87 हजार से अधिक लोगों को 1654 से अधिक राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है. कई जिले पानी में डूबे हुए हैं. केरल में बाढ़ से मारे गये परिवार के सदस्यों को मुख्यमंत्री ने 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा की है.

भारी बाढ़ के बीच  कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंचे. यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया.

उन्होंने कोझीकोड जिले के वायनाड में मेप्पाडी और कैथापोइल में राहत शिविरों में लोगों के साथ बातचीत की. गांधी ने उनसे कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि यह मुश्किल समय है लेकिन मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अपने भविष्य की चिंता नहीं करें. हम आपके साथ खड़े हैं, हम आपकी सहायता को तैयार हैं और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आप अपने जीवन का पुनर्निर्माण कर सकें.”

केरल के अलावा, कर्नाटक में 54, महाराष्ट्र में 49 और गुजरात में 31 लोग बाढ़ और बरसाती हादसों में मारे गए. कर्नाटक और केरल के बाद बाढ़ से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र बेहाल है.महाराष्ट्र में बाढ़ से डूबे कई क्षेत्रों का बाकी देश से संपर्क टूट गया है.

महाराष्ट्र भी बेहाल है. पुणे संभाग के सभी पांच जिलों सांगली, कोल्हापुर, सतारा, पुणे और सोलापुर में बाढ़ के कारण अब तक 43 लोगों की मौत हो गई है. तीन अभी लापता है. करीब 584 गांवों से 4 लाख 74 लोगों को निकाला गया.

इन बाढ़ पीड़ितों के लिए 596 राहत शिविर बनाए गए हैं. कोल्हापुर में एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य चला रही हैं.

कर्नाटक में भीषण बारिश और बाढ़ का कहर जारी है. कर्नाटक के 17 जिले बारिश और बाढ़ में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. 61 लोगों की मौत हो चुकी है.

बाढ़ की वजह से कर्नाटक के 14,000 से ज्यादा मकानों को नुकसान पहुंचा है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक के बेलागावी जिले में रविवार को हवाई सर्वे से बाढ़ का जायजा लिया. बाढ़ के चलते कर्नाटक में 6,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है.

चीफ मिनिस्टर बीएस येदियुरप्पा ने इसे बीते 45 वर्षों में राज्य पर आई सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा करार दिया है. केंद्र सरकार से उन्होंने 3,000 करोड़ रुपये की राशि की मांग की है.  मध्य प्रदेश में भी बाढ़ से अब तक 32 लोगों की मौत की खबर है.

अभी लगभग आधा देश बाढ़ से प्रभावित है, जिसके चलते जान-माल के नुकसान के साथ ही बड़ी संख्या में पशु और लाखों हैक्टेयर में फसल बर्बाद हो गई है. इससे पहले असम और बिहार में बाढ़ से भारी क्षति हो चुकी है. बाढ़ का पानी  उतरने के बाद समस्या और बढ़ेगी जब महामारी फैलने का खतरा बढ़ जायेगा.


Related