लॉकडाउन में कमाई: अंबानी का एक घंटा = मज़दूर के दस हज़ार साल!


2020 में महामारी के कारण 12.2 करोड़ कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। इसमें 75% लोग यानी करीब 9.2 करोड़ लोग असंगठित क्षेत्र के हैं। देश के सबसे बड़े बैंक के मुताबिक एसबीआई के मुताबिक साल 2020-21 में एक आम हिंदुस्तानी की सालाना आमदनी, जोकि 1 लाख 12 हज़ार है, वो 20 फीसदी घट गई है।


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देश आज गणतंत्र दिवस मना रहा है। 71 साल की इस यात्रा में गण और तंत्र के बीच कैसा रिश्ता बना, इसका एक सबूत अंतरराष्ट्रीय रिसर्च संस्था ऑक्सफैम की रिपोर्ट है। इसने फिर साबित किया है कि भारत में दो भारत बसते हैं। Inequality Virus शीर्षक से पेश की गयी ये रिपोर्ट बताती है कि लॉकडाउन के दौरान करोड़ों लोगों के सामने भारत में रोज़गार का संकट पैदा हो गया लेकिन अरबतियों ने जमकर चाँद काटी। सौ अरबपतियों ने पिछले साल मार्च से अक्टूबर तक 12 लाख 97 हजार 822 करोड़ रुपये कमाये। यह इतना पैसा है कि 13.8 करोड़ ग़रीब भारतीयों को 94,045 रुपये दिये जा सकते हैं। अकेले मुकेश अंबानी ने एक घंटे में इतना पैसा कमाया जितना कमाने के लिए एक अकुशल मज़दूर को दस हज़ार साल लग जायेंगे।

पिछले साल मार्च से अक्टूबर तक मुकेश अंबानी की संपत्ति दोगुनी हो गई। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार उनकी संपत्ति 5.8 लाख करोड़ रुपए है। अंबानी ही नहीं, कुमार मंगलम बिड़ला, उदय कोटक, गौतम अडानी, अजीम प्रेमजी, सुनील मित्तल, शिव नादर, लक्ष्मी मित्तल, साइरस पूनावाला, और राधाकृष्णन दमानी जैसे उद्योगपतियों की संपत्ति भी इस दौरान तेजी से बढ़ी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कोविड की वजह से भारत में आमदनी, शिक्षा और लिंग की असमानता को और बिगाड़ दिया है।

ऑक्सफैम ने कहा कि भारतीय अरबपतियों की संपत्ति लॉकडाउन के दौरान 35 प्रतिशत और 2009 से 90 फीसदी बढ़कर 422.9 बिलियन डॉलर पर पहुँच गई और यह तेज़ी अमेरिका, चीन, जर्मनी, रूस और फ्रांस के बाद दुनिया में छठे स्थान पर है।

साल 2020 में महामारी के कारण 12.2 करोड़ कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। इसमें 75% लोग यानी करीब 9.2 करोड़ लोग असंगठित क्षेत्र के हैं। देश के सबसे बड़े बैंक के मुताबिक एसबीआई के मुताबिक साल 2020-21 में एक आम हिंदुस्तानी की सालाना आमदनी, जोकि 1 लाख 12 हज़ार है, वो 20 फीसदी घट गई है। आसान शब्दों में कहे तो भारत में महामारी के दौरान सिर्फ गरीब और गरीब हुआ वरना अमीरो ने अपनी खूब जेब भरी है।