बिहार: साफ़ पानी और चिकित्सा मांगने पर चमकी बुखार से मरे बच्चों के परिजनों पर केस दर्ज़ !

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बिहार में चमकी बुखार से 150 से अधिक बच्चों की मौत के खिलाफ़ गुस्साए मृतक और प्रभावित बच्चों के अभिभावकों और रिश्तेदारों ने बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और स्वच्छ पेय जल की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ़ प्रदर्शन करने के ज़ुर्म में बिहार पुलिस ने 39 लोगों के खिलाफ़ केस दर्ज़ किया है. जिनमें 19 नामजद और 20 बेनाम लोग शामिल हैं.

हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
चमकी बुखार यानी एक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के प्रकोप को रोकने और नियंत्रित करने में विफल रहने के विरूद्ध बीते 18 जून को वैशाली जिले के हरवंशपुर गांव के लोगों ने मुजफ्फरपुर-हाजीपुर राजमार्ग पर यातायात को रोककर विरोध प्रदर्शन किया था. ख़बरों के अनुसार जिन लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, उनमें से ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अपने बेटे या बेटी को चमकी बुखार के चलते खो दिया है. जिनके नाम मुकदमे में दर्ज हैं. प्रदर्शनकारियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 147, 148 और 149, 188, 283, 353 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के इस कदम के बाद गांव वाले खौफ में है. जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है उन्होंने गांव छोड़ दिया है, गांव में अब सिर्फ महिलाएं बची हैं.

बीते रविवार,यानी 23 जून को बच्चों की मौत से नाराज हरिवंशपुर के लोगों ने लालगंज से एलजेपी विधायक राजकुमार साह को कुछ देर के लिए बंधक बना लिया था. यही नहीं उन्होंने एलजेपी सांसद पशुपति कुमार पारस को बंधक बना लिया था. लोगों की शिकायत थी कि इतनी बड़ी आपदा के बाद यहां कोई जनप्रतिनिधि नहीं आया था.

उससे पहले 22 जून को यहां के लोगों ने रामविलास पासवान की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए थे.वैशाली का हरिवंशपुर गांव रामविलास पासवान की राजनीति का क्षेत्र रहा है. हालांकि पासवान इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि नहीं हैं. इस इलाके के लोग पिछले कुछ दिनों से पानी की किल्लत और चमकी बुखार से काफी प्रभावित हैं, लेकिन रामविलास पासवान यहां नहीं पहुंचे थे.इन लोगों ने पोस्टर में लिखा था, पानी से हाहाकार, हमारा सांसद फरार. पोस्टर में लिखा था कि रामविलास पासवान का पता बताने वाले को 15 हजार का इनाम दिया जाएगा. इसके एक ही दिन बाद एलजेपी सांसद पशपुति पारस यहां पहुंचे थे.

हैरानी यह है कि इतने बच्चों की मौत के बाद लाचार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय सुशासन बाबू पीड़ित परिजनों के खिलाफ़ मुक़दमा दर्ज करवा रहे हैं.

अब बिहार के वैशाली जिले के हरिवंशपुर गांव के लोग राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में हैं.हरिवंशपुर गांव चमकी बुखार से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है.इस गांव के लोगों ने चमकी बुखार और वॉटर सप्लाई की बदहाल व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन किया था तो 39 ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दी थी. हरिवंशपुर गांव में रहने वाले राजेश साहनी ने कहा, ‘हम सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे. हम मुख्यमंत्री, जिला अधिकारी और ब्लॉक विकास अधिकारी के खिलाफ भी केस दर्ज कराएंगे. हमारे बच्चे मर गए. हमें उन्हें पानी और दवाएं दिलाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा. लेकिन हमारे ही खिलाफ केस दर्ज कराया गया. हम केस करेंगे, चाहे इसके लिए हमें हाईकोर्ट ही क्यों न जाना पड़े. हम मांग करते हैं कि हमारे खिलाफ दाखिल केस वापस लिए जाएं.’


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