राजस्‍थान के शिक्षा विभाग की ओर से स्‍कूली बच्‍चों के लिए ‘लव जेहाद’ का सबक मुफ्त, मुफ्त, मुफ्त…

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दीपांकर पटेल

राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने स्कूल के बच्चों को एक ऐसे पुस्तक मेले में ले जाने को कहा है जहां करीना कपूर की शादी को ‘लव जेहाद’ बताने वाली किताबें बच्चों को फ्री बांटी जा रही हैं।

ये पुस्तक मेला जयपुर में चल रहा है।  मेले का आयोजन किया है हिन्दू स्प्रिचुएलिटी एंड सर्विस फाउंडेशन ने।

स्प्रिचुएलिटी के नाम पर पुस्तक मेले में लव जेहाद पर लिखी किताब बंट रही हैं और ये काम कर रहा है बजरंग दल। लव जेहाद वाली किताब में बताया है कि सैफ अली खान ने करीना से ‘लव जेहाद’ कर लिया।

करीना का हिन्दू चेहरा मुस्लिम बन गया है…

आप बताइये…

हम जिन स्कूलों से ये उम्मीद रखते हैं कि वो बच्चों को नैतिकता के पाठ और संवैधानिक मूल्यों की सीख देंगे, वही स्कूल अगर अगर सरकार के दबाव में बच्चों के दिमाग में साम्प्रदायिकता और दंगाई मानसिकता भर देंगे तो क्या होगा। जयपुर के लाखों बच्चों को इस मेले में जाने के लिए कहा गया है, बच्चों की अटेंडेंस तक हो रही है। धर्म के नाम का जहर फैलाने वाले ठेकेदार वहां बच्चों को सम्बोधित भी कर रहे हैं। खबर है कि पूरे प्रोग्राम को RSS का बैक सपोर्ट भी है।

क्या करीना कपूर और सैफ अली खान की शादी संविधान के खिलाफ है?

अगर नहीं तो ऐसे पुस्तक मेले में बच्चों को सरकार क्यों जाने को कह रही है जहां संवैधानिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाने वाली किताबें बांटी जा रही हैं।

अब ज्यादा कुछ बोलने का मन नहीं करता… युवा लोग बकलोल तो हो ही चुके हैं. नयी पीढ़ी को भी भविष्य की दंगाई भीड़ के रूप में तैयार किया जा रहा है।

आपको नहीं लगता कि अगर मुस्लिम शासक सच में पूरा जोर लगाकर चाहते तो 700 साल के शासन में आदमी क्या गाय तक को भी मुसलमान बना लिये होते…?

धर्म हमेशा से ही शासन में रहने का सबसे बड़ा हथियार रहा है। कमजोर और निकम्में शासक भी धर्म से वो लड़ाइयां जीत लेते थे जो वो युद्ध के मैदान में नहीं जीत सकते थे।

तो क्या अब इस धर्म के हथियार का प्रयोग राजस्थान सरकार नैनिहालों पर भी करने लगी है? आखिर भविष्य के वोट जो हैं।

सैफ अली खान को किसी ने 7 लाख रूपया नहीं दिया रहा होगा करीना कपूर को प्रेम जाल में फंसाने के लिए… इतनी सिम्पल रीजनिंग भी बेचारे दक्षिणपंथी हिन्दूवादी लोग नहीं लगा पाते…?

और सबसे बड़ी बात ये है कि अब तक किसी मुस्लिम संगठन द्वारा ऐसी रेट लिस्ट जारी किये जाने का न तो ठोस सबूत है न ही अब तक इस तरह की किसी लिस्ट का अन्य विश्वसनीय माध्यम से खुलासा हुआ है। फिर भी हिन्दुओं के तमाम दक्षिणपंथी संगठन इस तरह की रेटलिस्ट पिछले 3-4 वर्षों से बांट रहे हैं।

सामाजिक वैमनस्‍य को नुकसान पहुंचाने के लिए अब तक इनके खिलाफ न तो कोई शिकायत हुई है और न ही शासन इन्हें रोक रहा है। उल्टे सरकार खुद ही इनके प्रोपेगेन्डा में इनके साथ खड़ी है। तो क्या राजस्थान सरकार अपनी कुर्सी स्थिर रखने के लिए समाज को अस्थिर कर देना चाहती है?

वैसे राजस्थान सरकार तो महान है क्योंकि वो महान बनने के लिए इतिहास में हेरफेर करवा सकती है, चुनाव परिणाम के लिए हल्दीघाटी की लड़ाई का परिणाम बदलवा सकती है, बिना शौचालय की व्यवस्था करवाये लोगों को खुले में शौच करने से रोकने का फरमान जारी कर सकती है, गरीब के घर पर गरीब लिखवा के बेज्जत कर सकती है।

इस महानता को मैं नमन करता हूँ!!


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