देशव्यापी विरोध के बीच CAB होगा LS में पेश, 750 वैज्ञानिक और बुद्धिजीवियों ने किया विरोध

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देशव्यापी विरोध के बीच विवादस्पद नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) को सोमवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा. नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

असम में असम में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के खिलाफ विभिन्न प्रकार से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं जिनमें नग्न होकर प्रदर्शन करना और तलवार लेकर प्रदर्शन करना भी शामिल है.

मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के चबुआ स्थित निवास और गुवाहाटी में वित्त मंत्री हिमंत बिस्व सरमा के घर के बाहर सीएबी विरोधी पोस्टर चिपकाए गए. ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) ने अपने मुख्यालय से मशाल जलाकर जुलुस निकाला और गुवाहाटी की सड़कों पर प्रदर्शन किया.

असम में आज इस बिल के विरोध में बंद का आह्वान किया है .

वहीं बीजेपी शासित त्रिपुरा में भी इस विधेयक के खिलाफ जबरदस्त विरोध हो रहा है.

इंडियन मुस्लिम लीग पार्टी के सांसद ससंद के बाहर इस बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस ने भी इस बिल का विरोध करने का ऐलान किया है. बिल के ज़रिये मौजूदा कानूनों में संशोधन किया जाएगा, ताकि चुनिंदा वर्गों के गैरकानूनी प्रवासियों को छूट प्रदान की जा सके.इस विधेयक में मुस्लिमों को शामिल नहीं किया गया है.

आज देश भर में कई राजनैतिक दलों और संगठनों द्वारा इस बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया है.

वहीं भारतीय वैज्ञानिकों और बुद्धिजीवियों के एक समूह ने इस विधेयक के खिलाफ एक वक्तव्य जारी किया है. इस वक्तव्य पर देश के 750 वैज्ञानिकों और बुद्धिजीवियों ने हस्ताक्षर किये हैं .

Statement on the Proposed Citizenship Amendment Bill

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पेश किए जाने पर पार्टी इसमें दो संशोधन लाएगी क्योंकि वह विधेयक के मौजूदा स्वरूप का विरोध करती है. येचुरी ने कहा कि पार्टी दो संशोधन ला कर उन सभी शर्तों को हटाने की मांग करेगी, जो धर्म को नागरिकता प्रदान करने का आधार बनाते हैं.

नागरिकता (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य छह समुदायों – हिन्दू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध तथा पारसी – के लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है.

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (TMC), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK), समाजवादी पार्टी (SP), वामदल तथा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) इस बिल के विरोध में हैं.


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