भीमा कोरेगांव जा रहे चंद्रशेखर मुंबई में नज़रबंद, प्रकाश आंबेडकर ने सरकार को चेताया


‘ये बेवकूफ मुझे जेल का डर दिखाते हैं। जेल तो क्रांतिकारी के लिए गहना होती है जालिमों जेल तो मेरा घर है।’


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भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद को आज भी मुंबई के एक होटल में नज़रबंद रखा गया। शुक्रवार यानी 28 दिसंबर की आधी रात चले तमाशे के बीच महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें चैत्य भूमि पर हिरासत में ले लिया था। उनकी ‘गिरफ्तारी’ की खबर से हंगामा मच गया था जिसके बाद पुलिस ने उन्हें होटल पहुँचा दिया था। आज उनकी मुंबई में जनसभा थी लेकिन होटल के कमरे में निकलने नहीं दिया गया। डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर के पौत्र प्रकाश आंबेडकर ने इस पर कड़ी प्रतिक्रया जताते हुए कहा है कि सरकार खुद तनाव बढ़ा रही है जबकि 1 जनवरी को भीमा कोरेगांव में शांतिपूर्ण कार्यक्रम की योजना है।

भीम आर्मी के फेसबुक पेज पर चंद्रशेखर आजाद के हवाले से नज़रबंदी पर तीखी प्रतिक्रिया छपी है। पोस्ट में लिखा है-

”अघोषित इमरजेंसी की एक बड़ी तस्वीर आपको दिखाता हूं, मुझे कमरे के अंदर बन्द किया गया है मेरे कमरे को बहार से लॉक किया गया है ओर मेरे कमरे के बाहर 10 पुलिस वाले खड़े किए गए है। क्या हम भारत मे ही हैं जो बाबा साहेब के लिखे सँविधान से चलता है। आज लोकतँत्र खतरे में है, देश के सँविधान को कुचला जा रहा है और मेरे साथ आये मेरे साथियो से वकीलों से भी नही मिलने दिया जा रहा है।  पर शुक्रिया कि तुमने मुझे मेरे जेल के संघर्ष को याद दिला दिया। अब हम बताएंगे अम्बेडकवादी क्या होते हैं। पूरी दुनिया जानना चाहती है आखिर अम्बेडकरवादियों में इतना हौसला आता कहा से है, तो जवाब मेरा ये है कि भीमा कोरेगाँव, ओर चैत्य भूमि, फुलेवाड़ा, भगवान बिरसा मुंडा, साहूजी महाराज ओर मेरे आदर्श साहब कांशीराम का किया गया संघर्ष हमे संघर्ष करना सिखाता है।

ये बेवकूफ मुझे जेल का डर दिखाते हैं। जेल तो क्रांतिकारी के लिए गहना होती है जालिमों जेल तो मेरा घर है।

संघर्षो के आदी हैं, हम अम्बेडकरवादी है।

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है ।


देखना है जोर कितना बाजुएँ कातिल में है।

वक्त आने दे बताएंगे तुझे ऐ मोदी।

हम अभी से क्या बताए क्या हमारे दिल मे है।

जय भीम ,जय भीम आर्मी

जय भारत,जय संविधान”

उधर, डा.बाबा साहेब आंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि इस मामले में सरकार ही टेंशन बढ़ा रही है। भीमा कोरेगांव जा रहे भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद को मुम्बई में नज़रबंद किये जाने के को लेकर अकोला में प्रकाश अम्बेडकर ने कहा कि मुम्बई पुलिस या सरकार ने बताना चाहिए कि उन्हें स्थानबद्ध (नज़रबंद) क्यों किया गया। 

प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि चंद्रशेखर राव भीमा कोरेगांव जा रहे थे इसमें कोई दो राय नहीं है। वे सुबह मुंबई पहुंच गए हैं। मलाड के होटल में उनके बाहर जाने का रास्ता बंद कर दिया गया है। इसका मतलब है कि उनको सरकार ने नजर बंद किया है। जिसकी हम निंदा करते हैं। सरकार ही अपने खुद के रवैये से टेंशन बढ़ा रही है।

प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि 1 तारीख को भीमा कोरेगांव पहुंचने वाले नेताओं को गिरफ्तार कर सरकार खुद ही टेन्शन बढ़ा रही है। उनकी बात आसपास के गाँव वालों से हुई है, उन सभी ने यह माना है कि 1 जनवरी के शौर्य दिन कार्यक्रम शांतिपूर्वक होगा। लेकिन सरकार टेंशन बढ़ा रही है जिसका जवाब सरकार दे। ज़ाहिर है, सरकार इसमें तेल डालने ने काम कर रही है, पर हमे शांत रहना है। 

सबरंग में छपे विवरणों के आधार पर।


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