सोनिया गांधी ने महिला विरोधी प्रश्न का मुद्दा संसद में उठाया, CBSE ने मानी गलती, हटाया विवादित पैसेज!

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 10वीं कक्षा के अंग्रेजी के पेपर को लेकर बवाल हो गया है। आरोप है कि पेपर में एक पैसेज में महिलाओं के बारे में पिछड़ी और महिला विरोधी बातें लिखी गई हैं। CBSE द्वारा इस विवादित सवाल का मामला कांग्रेस अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने लोकसभा में उठाया। सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए इस सवाल को वापस लेने और शिक्षा मंत्रालय से माफी मांगने की मांग की।

सोनिया गांधी ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाते हुए प्रश्नों को रूढ़िवादी सोच को बढ़ाने वाला और महिलाओं को पुरुषों से कमतर दिखाने वाला कहा है। साथ ही सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय को इस पूरे मामले की समीक्षा करनी चाहिए और ये देखा जाना चाहिए कि ऐसा दोबारा ना हो। हालांकि इस हंगामे के बाद सीबीएसई ने अपनी गलती मानी और इस सवाल को हटाने का फैसला किया। साथ ही छात्रों को इस पैसेज के पूरे अंक देने की भी घोषणा की गई।

महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: सोनिया गांधी

सोनिया गांधी ने कहा, “शिक्षा मंत्रालय को महिलाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। सीबीएसई पाठ्यक्रम में महिलाओं के बारे में किसी भी आपत्तिजनक सामग्री को तुरंत हटाया जाना चाहिए। महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले में सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय को महिलाओं का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया, जबकि राहुल गांधी ने इसे आरएसएस-भाजपा की युवाओं के भविष्य को कुचलने की सोच बताया।

विवादित पैसेज के लिए छात्रों को पूरे अंक दिए जाएंगे…

बता दें कि इस विवाद के तुरंत बाद सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी कर कहा कि अंग्रेजी भाषा और लिटरेचर के पेपर के एक सेट में पूछा गया पैसेज बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं था। सर्कुलर में आगे कहा गया है कि यह तय किया गया है कि इस पैसेज नंबर 1 और इससे जुड़े सवालों को हटाया दिया जायेगा और इस पैसेज के लिए छात्रों को पूरे अंक दिए जाएंगे। साथ ही इस मामले में समानता लाने के लिए प्रत्येक सेट के पैसेज नंबर 1 में दिए गए प्रश्नों के लिए पूरे अंक दिए जाएंगे।

भाजपा सरकार महिलाओं के खिलाफ इन विचारों का समर्थन करती है: प्रियंका गांधी

वहीं सोनिया गांधी के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला किया, उन्होंने सवाल खड़े करते हुए लिखा अविश्वसनीय! क्या हम वाकई बच्चों को यह बकवास सिखा रहे हैं? स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं के खिलाफ इन प्रतिगामी विचारों का समर्थन करती है, नहीं तो वे इसे सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल करते? इस ट्वीट के साथ प्रियंका गांधी ने पैसेज वाले पन्ने की तस्वीर भी शेयर की है।

ये BJP-RSS का षड्यन्त्र है: राहुल गांधी

वहीं, कांग्रेस नेता ट्वीट में लिखा, “अधिकतर सीबीएसई के पेपर काफी कठिन थे और अंग्रेजी के पेपर में कॉम्प्रिहेंशन पैसेज बहुत ही खराब था। ये BJP-RSS का षड्यन्त्र है ताकि वो युवाओं के नैतिक मनोबल और भविष्य को कुचल सकें। बच्चों, अपना बेस्ट दो कड़ी मेहनत से सफलता मिलती है, कट्टरता से नहीं।”

 पूरा मामला..

दरअसल, दसवीं कक्षा के लिए 11 दिसंबर 2021, को अंग्रेज़ी भाषा और लिटरेचर की परीक्षा हुई थी। सीबीएससी 10वीं के अंग्रेजी विषय की परीक्षा में पूछे गए एक पैसेज की कुछ पंक्तियों पर कई लोगों ने आपत्ति जताई है। पैसेज की पहली पंक्ति में महिलाओं के लिए लिखा है कि वह अपनी ही दुनिया में रहती है। वहीं एक और लाइन में कहा गया है कि आज की महिलाएं अपने पति की नहीं सुनती हैं। एक लाइन में लिखा गया है कि बीसवीं सदी में बच्चे कम हो गए, जो नारीवादी विद्रोह का परिणाम था।


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