सुप्रीम कोर्ट आत्मदाह: युवती ने सांसद अतुल राय पर रेप और पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप!

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दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के बाहर सोमवार को दोपहर एक महिला और पुरुष ने आत्मदाह कर खुद को मारने की कोशिश की थी। दोनो को सुप्रीम कोर्ट के अंदर जाना चाहते थे। लेकिन पर्याप्त आईडी नहीं होने के कारण उन्हें रोक लिया गया। जिसके बाद दोनो ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। पुलिस मामले की जांच कर रही थी की किस कारण दोनो ने यह कदम उठाया, जिसने घटना के बाद पुलिस के सामने एक फेसबुक लाइव आया। यह लाइव आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक-युवती ही कर रहे थे और दोनों ने लाइव के दौरान ही खुद को आग लगा ली। लाइव से यह मालूम हुआ कि महिला रेप पीड़िता थी। युवती ने सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया।

2018 में अतुल राय पर दुष्कर्म करने का आरोप…

घटना के बाद दोनों को उपचार के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस का कहना है कि दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों लगभग 70 से 80 % तक झुलस गए हैं। दोनों ही यूपी के रहने वाले हैं। दिल्ली में हुई इस घटना की आंच नरही थाना क्षेत्र तक दिखाई दी। स्थानीय पुलिस ने युवती के घर पहुंच कर मामले की जानकारी ली। इस मामले में सामने आया है बलिया की रहने वाली पीड़ित युवती ने एक मई 2019 को वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। उनसे मऊ के घोसी लोकसभा सीट से बीेएसपी सांसद अतुल राय पर आरोप लगाए थे की अतुल ने सात मार्च 2018 को उसे लंका स्थित अपने फ्लैट में पत्नी से मिलाने के बहाने बुलाया था।

वहां पहुंचने पर उसके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो भी बनाया। युवती वाराणसी के एक कॉलेज की छात्रा रह चुकी है। इस हाई प्रोफाइल मामले में युवती का आरोप है कि उसे निचली अदालतों में न्याय नहीं मिला। बता दें, वर्तमान में मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। सोमवार को इस मुकदमे की तारीख थी। लेकिन उससे पहले ही दोनों ने आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। तिलक मार्ग थाना पुलिस अभी भी मामले की जांच में जुटी है।

पुलिस ने  युवती को सांसद के प्रभाव से किया था प्रताड़ित..

युवती ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। आत्मदाह के प्रयास से ठीक पहले दोनो ने फेसबुक लाइव किया था। इसी लाइव में दोनो ने आत्मदाह का जिम्मेदार यूपी के लोकसभा सांसद के साथ साथ उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों (जिसमें से कुछ आईपीएस अधिकारी और यूपी पुलिस के कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल है) को ठहराया है।

बता दे युवती के साथ खुद को आग लगाने वाला पुरुष युवती के मामले में गवाह है। इस हाई प्रोफाइल केस में दोनों का आरोप है कि सांसद के प्रभाव के कारण पुलिस अधिकारियों ने इन दोनों को झूठे मामले में फंसाया और इस हद तक प्रताड़ित किया कि दोनों को मौत को अपनाना ज्यादा सरल लगा। न्याय न मिल पाने  और आरोपी के प्रभाव से पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने के  वजह से ही दोनो ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया।

युवती पर लगे थे जालसाजी और हनी ट्रैप के आरोप..

इस घटना के बाद पुलिस ने क्राइम टीम और दिल्ली सरकार की एफएसएल टीम को मौके पर सबूत जुटाने के लिए बुलाया गया। दोनों ही टीमों ने मौके पर पहुँच कर वहां मौजूद ज्वलीनशील पदार्थ की बोतलें, 2 लाइटर, एक बैग, दोनों के जले हुए कपड़े, जूते और चप्पल आदि बरामद किए। आग लगाने के समान को देख कर कहा जा सकता है की दोनो ही पहले से आत्मदाह का निर्णय लेकर आए थे। बता दें कि सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली इस लड़की को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था। लड़की पर जालसाजी और हनी ट्रैप का आरोप लगा था।

अभी तक मामले पर औपचारिक या आधिकारिक बयान नहीं..

हाई प्रोफाइल दुष्कर्म के मामले की वादी युवती आरोप लगाने के बाद अपने गांव में नहीं रहती है। युवती के घर पर उसकी मां और भाई मिले। जब दिल्ली में सोमवार को हुई घटना के बाद नरही थाना प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह और स्थानीय चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार सिंह युवती के घर पहुंचे । स्थिति का जायजा लिया तो गांव में इस प्रकरण को लेकर कई तरह की चर्चाएं सामने आई। लोग सांसद पर लगे आरोप को सही ठहरा रहे हैं।

 युवती ने जो कदम उठाया है उसे देखे तो साफ इल्म होता हैं की उसे मानसिक तौर पर भी ज़रूर प्रताड़ित किया गया होगा। जिससे तंग आ कर उसने मौत को गले लगाना बेहतर समझा। युवती के लगाए गए आरोप यूपी की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। जिस यूपी पुलिस का दम सीएम योगी भरते नही थकते है। उसे राम राज्य कहते हैं कम अपराधों और महिला सुरक्षा को लेकर, उसी राम राज्य से अपराध या पुलिस पर कोई न कोई शर्मनाक आरोप सामने आ ही जाते हैं। ऐसे में विपक्ष का यह कहना की यूपी में सिर्फ कानून का की राज चल रहा है, को बल मिलता है।


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