‘Bulli Bai APP’ निर्माता ने पुलिस से कहा- जो सही लगा किया, कोई पछतावा नहीं!

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मुस्लिम महिलाओं की नीलामी के मकसद से चर्चित बुल्ली बाई एप मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए कंप्यूटर इंजीनियरिंग के छात्र  नीरज बिश्नोई ( 21 वर्षीय) ने पुलिस से कहा है कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। उसके मुताबिक उसने जो किया ठीक किया है।

करतूत के लिए कोई पछतावा नहीं..

NDTV की एक खबर के अनुसार, मुख्‍य आरोपी नीरज बिश्नोई ने पुलिस पूछताछ के दौरान अपनी करतूत के लिए कोई पछतावा नहीं दिखाया। बता दें कि आरोपी ने इससे पहले इस मामले में मुंबई पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारियों का मज़ाक उड़ाया था और पुलिस को खुली चुनौती दी थी। आरोपी ने ट्वीट कर मुंबई पुलिस को ‘स्लम बाई पुलिस’ बताया और माना कि उसने ही बुल्ली बाई एप बनाया है। साथ ही कहा था कि मुंबई पुलिस निर्दोष लोगों को जल्द रिहा कर दे। इस मामले में अब तक मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कियाााा जा चुका है। जिसमे  उत्तराखंड की रहने वाली 18 साल की स्वाति, 20 वर्षीय दोस्त मयंक रावत व 21 वर्षीय विशाल कुमार झा शामित हैं।

नवंबर में ही बना लिया था App..

पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने बुल्ली बाई एप नवंबर में ही बना लिया था, लेकिन इसे 31 दिसंबर को सार्वजनिक कर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डालीं थीं। आरोपी ने दावा किया कि उसने वही किया जो उसे सही लगा। NDTV की खबर के अनुसार, अधिकारियों ने एप बनाने के लिए इस्‍तेमाल होने वाले डिवाइस को बरामद कर लिया है।

एप को डिलीट कर दिया गया..

जानकारी के मुताबिक, आरोपी नीरज बिश्नोई को उसके द्वारा बनाए ट्विटर हैंडल @bullibai_ के डिजिटल सर्विलांस के जरिए ट्रैक किया गया, अब इस ट्विटर हैंडल को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, एप को भी अब डिलीट कर दिया गया है। शुरुआत में केवल गिटहब द्वारा इस एप को ब्लॉक ही किया गया था। बता दें कि आरोपी नीरज बिश्नोई ने कथित तौर पर @giyu44 हैंडल भी तैयार किया था जिसका इस्‍तेमाल वह मुंबई पुलिस का मजाक उड़ाने के लिए करता था।

नीरज के परिवार ने आरोपी द्वारा ऐसी किसी भी हरकत से किया इनकार..

गैरतलब है कि भोपाल के एक संस्थान से बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र 21 वर्षीय बिश्नोई को दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को असम के जोरहाट जिले से गिरफ्तार किया था। राजस्थान के रहने वाले नीरज का परिवार असम के जोरहाट में रहता है। उनके पिता दशरथ बिश्नोई व्यापार के सिलसिले में असम चले गए थे। कोविड काल में नीरज ने इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। हालांकि, नीरज के परिवार ने आरोपी द्वारा ऐसी किसी भी हरकत से इनकार किया है। परिवार का कहना है कि कुछ समय पहले नीरज एक शादी के लिए राजस्थान गया था। वहां से वह 25 दिसंबर को दिल्ली होते हुए लौटा।