ट्विटर ने राहुल गाँधी और कांग्रेस का अकाउंट किया बहाल, एम.डी को बुलाया अमेरिका

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ट्विटर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी का ट्विटर अकाउंट बहाल कर दिया है। दिल्ली कैंट में दुष्कर्म का शिकार हुई दलित बच्ची के माता-पिता की तस्वीर को साझा करने को आपत्तिजनक बताते हुए ट्विटर ने ये क़दम उठाया था। कांग्रेस का आरोप है कि ऐसा मोदी सरकार के इशारे पर किया गया था। पार्टी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और बड़े पैमाने पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गाँधी की तस्वीर लगा कर विरोध जताया। ट्विटर ने पार्टी का भी अकाउंट सस्पेंड कर दिया था जिसे अब बहाल कर दिया गया है।

कांग्रेस ने अकाउंट बहाली को सत्य की जीत बताया है।

ट्विटर की अकाउंट बंदी की कार्रवाई को राहुल गाँधी ने लोकतंत्र पर हमला क़रार दिया था और कहा था कि ट्विटर भारत में कारोबार नहीं राजनीति कर रहा है। इस बीच ट्विटर के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी को अमेरिका वापस बुला लिया गया।  भारत से उनकी विदाई को कांग्रेस से हुए विवाद से जोड़ा जा रहा है।

 

 

राहुल गाँधी और कांग्रेस के अकाउंट पर पाबंदी के मसले पर 27 सितंबरर को सुनवाई होनी थी, लेकिन उसके पहले ही दुष्कर्म पीड़िता की मां राहुल के पक्ष में आ गयीं। उन्होंने कहा कि उन्हें तस्वीर साझा करने पर कोई आपत्ति नहीं है।

 इंस्टाग्राम से घेरा केंद्र सरकार को…

ट्विटर अकाउंट लॉक होने के बाद राहुल ने अपने इंस्टाग्राम के जरिए ट्विटर और सरकार पर निशाना साधा था। ट्विटर के लोगो पर रस्सी बंधी हुई फोटो पोस्ट कर राहुल ने लिखा था.. डिजिटल दादागिरी नहीं चलेगी।

 

राहुल के इंस्टाग्राम पर भी कार्रवाई, NCPCR ने लिखा पत्र..

उधर, राहुल गांधी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी कार्रवाई करने की मांग की गई है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने शुक्रवार को राहुल के इंस्टाग्राम प्रोफाइल के खिलाफ खत लिख कर कार्रवाई करने को कहा है। आयोग ने इंस्टाग्राम पर दिल्ली दुष्कर्म मामले की एक वीडियो पोस्ट देखा है। जिसने बच्ची के माता-पिता का चेहरा साफ साफ नजर आ रहा है, जो कानून का उल्लंघन है।

फेसबुक को लिखे खत में आयोग ने कहा कि उसने राहुल गांधी के इंस्टाग्राम पर पोस्ट वीडियो देखा है, जिसमें दिल्ली में दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के माता-पिता की पहचान उजागर हो रही है। वीडियो में बच्ची के माता-पिता का चेहरा साफ साफ नजर आ रहा है, जिससे किशोर न्याय कानून की धारा 74, पॉक्सो कानून की धारा 23 और भारतीय दंड संहिता की धारा 228ए का उल्लंघन हुआ है।

हालाँकि इस मसले पर निर्भया कांड का भी उदाहरण दिया जा रहा है। निर्भया के माता-पिता के इंटरव्यू लगातार चैनलों में चलते रहे और आज भी उनकी सार्वजनिक उपस्थिति रहती है। तकनीकी दृष्टि से इसे भी क़ानून का उल्लंघन बताया जा सकता है। राहुल गाँधी ने दुष्कर्म पीड़िता के अभिभावकों से मिलकर इंसाफ़ के लिए लड़ने का ऐलान किया था लेकिन उनकी  भावुक करती वह तस्वीर मुद्दा बन गयी।