बिहार सरगर्म ! शिक्षक को पीटकर अधमरा किया फिर कहलाया-अटल महान हैं!

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मोतिहारी महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर संजय कुमार को घर से घसीटकर पीटने का मामला गरमा गया है। उनकी पिटाई का वीडियो पहले ही वायरल हो चुका था, अब एक नए वीडियो से यह पता चला है कि संजय कुमार की बर्बरता से पिटाई करके नंगा करने वालों ने उनसे मोबाइल पर रिकार्डिंग करते हुए कहलाया कि वे अटल जी का दिल से सम्मान करते हैं। पीटने वालों का आरोप था कि संजय कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी के ख़िलाफ़ फ़ेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

बहरहाल, बुरी तरह घायल संजय कुमार को पटना रेफ़र कर दिया गया है जहाँ वे पीएमसीएच के इमरजेंसी न्यूरो वार्ड में भर्ती हैं। इसी के साथ यह मुद्दा भी पटना पहुँच  गया है और सूबे की राजनीति गरमा गई है। कल आइसा, एआईएसफ, छात्र राजद, एआईडीएसओ जैसे छात्र संगठनों ने पटना युनिवर्सिटी गेट से  शहीद चौक तक आक्रोश मार्च निकाला। मार्च के अंत में एक सभा हुई जिसमें संजय कुमार पर हमले का आरोप सीधे-सीधे बीजेपी और एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लगाया गया। इस सभा को आइसा के प्रदेश अध्यक्ष मोख्तार, एआईएसफ़ के राज्यसचिव  सुशील, युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष मो.कारी सोहेब, एआईडीएसओ के निकोलाई शर्मा समेत कई छात्र-युवा नेताओं ने संबोधित किया। इन नेताओ ने आरोपितों की तत्काल गिरफ़्तारी और कुलपति अरविंद अग्रवाल को तत्काल बर्खास्त करने की माँग करते हुए राज्यव्यापी आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है।

मीडिया विजिल ने इस हमले की ख़बर देते हुए आपको बताया था कि संजय कुमार ने अपनी एफ़आईआर में कुलपति और दैनिक भास्कर के स्थानीय ब्यूरो चीफ़ के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने को हमले की असल वजह बताया था। अटल बिहारी वाजपेयी की टिप्पणी का रिश्ता उनकी राजनीति से था जो एक सामान्य बात है।

इस बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ज़ोरदार हमला बोला।

 

 

वहीं सीपीआईएल विधायक महबूब आलम ने साथियों के साथ अस्पताल जाकर संजय कुमार का हाल-चाल लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि शरीर पर पेट्रोल डालकर ज़िंदा जलाने की प्रयास किया गया फिर भी एफआईआर में जानबूझकर धारा 307 नहीं लगाई गई। उन्होंने यह भी कहा कि हमलावरों को केंद्रीय मंत्री राधेमोहन सिंह का खुला संरक्षण प्राप्त है।

 

उधर, राज्य सरकार की पूरी कोशिश इस मामले को दबाने की है। संजय कुमार चूँकि यादव हैं और यादव सेना जैसे संगठन इस मुद्दे को सम्मान से जोड़कर मैदान में उतर पड़े हैं तो इसकी राजनीतिक क़ीमत का अंदाजा साफ़ लगाया जा सकता है। इस बीच आरोप यह भी लगा है कि जद (यू) के एक नेता ने अस्पताल जाकर संजय कुमार को धमकी दी है कि इस मामले को तूल न दें।

संजय कुमार जेएनयू के पूर्व छात्र हैं, इसलिए हमले की धमक जेएनयू तक पहुँची हुई है। यहाँ के तमाम छात्र संगठनों ने इस हमले का ज़ोरदार विरोध किया है।

संजय कुमार को घर से घसीटकर बुरी तरह पीट-पीट कर अधमरा कर दिया गया। उनके कपड़े फाड़ दिए गए और  तमाम गाल-गलौच के बाद अंत में उनसे कहलाया गया कि अटल जी का वे दिल से सम्मान करते हैं। इस बयान को रिकार्ड करके संजय कुमार पर हमला करने वाले विजेता भाव से चले गए।

इस वीडियो को देखिए और सोचिए कि अटल जी के सम्मान में उनके अनुयायी देश को कहाँ ले जाना चाहते हैं-

इनके आतंक का यही असली चेहरा है, वे मुट्ठी भर लोग तुम सबको इसलिए पिट रहे हैं क्योंकि तुम्हारी अधिकांश आबादी इन्ही की गुलाम और तलवा चाटने वाली है।हे फर्जी नैतिकता के गुलाम पिछड़ों अगर तुम नही सुधरे तो ये मुठ्ठी भर लोग तुम्हारे साथ ऐसा ही बर्ताव करेंगे। मैं तेजस्वी यादव जी से ये मांग करता हूँ कि मोतिहारी में आसिस्टेंट प्रोफेसर संजय यादव की इस मोब लिंचिंग के खिलाफ राजद के हर कार्यकर्ता बिहार की सड़कों पर उतरे और इन आतंकियों को फांसी देने की मांग करे।

Posted by सुनील यादव on Saturday, August 18, 2018

 

 

बर्बरीक

 

तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया से साभार।



 


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