प्रयागराज: इफको फूलपुर में बॉयलर फटने से 2 मजदूरों की मौत, कई घायल!

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प्रयागराज के फूलपुर स्थित इफको में मंगलवार को बॉयलर फटने से 2 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 14 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों को शहर के निजी अस्पताल में रेफर किया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।

दरअसल दोपहर को मजदूर खाना खाने के लिए पी वन प्लांट में एकत्र हुए थे। एक बजे के करीब अचानक ब्वॉयलर में धमाका हो गया। वहां मौजूद दो दर्जन से अधिक मजदूर धमाके की चपेट में आ गए। मजदूर खून से लथपथ हो गए और चारो तरफ चीख पुकार मच गई। धमाका होने के बाद इफको का बचाव दल मौके पर पहुंचा लेकिन तबतक फूलपुर के पाली गांव निवासी प्रदीप यादव और मुंगारी गांव निवासी विजय यादव की मौत हो चुकी थी।

मजदूरों की मौत से गुस्साए स्थानीय लोगों ने शवों को इफको गेट पर रखकर जाम लगा दिया। मुख्य मार्ग पर भी घंटों जाम लगाकर विरोध किया। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने मदद का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। वहीं इफको के वरिष्ठ महाप्रबंधक संजय कुदेसिया ने कहा है कि घटना की जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवार को एक-एक लाख रुपये  व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी।

इफको प्रबधन पर दर्ज हो गैर इरादतन हत्या का मुकदमा- ऐक्टू

इफको में हुई घटना पर रोष व्यक्त करते हुए ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव डॉ कमल उसरी ने कहा हम लोग आज सुबह से ही शहीदे आज़म भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू का शहादत दिवस मनाने की तैयार कर रहे थे कि अचानक दोपहर में भोजनावकाश के समय कारखाने में कार्यरत मजदूर साथियों द्वारा यह खबर आई की अंदर ब्यायलर फट गया है कई मजदूरों की मौत हो गई है और कई घायल है, हम सब इफको प्रसाशन से यह जानकारी करते रहे कि वर्तमान स्थिति क्या है ? प्रबधन किसी तरह की जानकारी देने से मुँह छुपाता रहा।

डॉ कमल उसरी ने कहा यह कोई पहली घटना नही है, इससे पहले भी अमोनिया गैस लिक हो चुकी है जिसमें कई मजदूरों अधिकारियों की मौत हो चुकी है, अभी कुछ महीने पहले एक मजदूर जो बीमार था उसे अस्पताल भेजने के बजाय काम पर भेज दिया गया और काम के दौरान उसकी मौत हो गई। बड़े संघर्ष के बाद पहली बार इफको प्रबधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। इफको प्रबधन के पास पुरस्कार बाटने के लिए, धार्मिक स्थलों के निर्माण के लिए चंदा देने, अधिकारियों के ऐशो आराम के लिए बजट है, लेकिन मजदूरों कर्मचारियों की जीवन रक्षा के लिए बजट नहीं है।

डॉ कमल उसरी ने कहा कि जिस कारखाने का निर्माण फ़ुलपुर क्षेत्र को खुशहाल बनाने के लिए किया गया था अब वह स्थानीय लोगों के लिए प्रबंधन की बदनीयती के चलते अभिशाप बनता जा रहा है। आये दिन अमोनिया गैस लीक होती है। आस पास के क्षेत्र का भूमिजल स्तर लगातार नीचे जा है। इफको से निकलने वाले कचड़े से प्रदूषण बढ़ रहा है। किसानों की खेती बर्बाद हो रही है। उन्होंने कहा कि हम शासन प्रशासन से से मांग करते हैं इफको प्रबधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो, मृतक आश्रित को स्थाई नौकरी दी जाय, पचास लाख रुपए मुआवजा दिया जाय। उन्होंने कहा कि पुनः ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसकी गांरटी की जाय। उच्च स्तरीय जाँच समिति बनाकर मामले की जांच की जाए और दोषी अधिकारियों को बर्खास्त किया है तथा ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त हो।

इफको ठेका मजदूर संघ के मंत्री देवानंद ने कहा यह प्रबंधन द्वारा मजदूरों की सीधे सीधे हत्या है। प्रबंधन ठेका मजदूरों में आपसी एकता नहीं बनने देता है, जिससे मजदूरों का शोषण होता है और दुर्घटना घटने पर प्रबंधन मनमानी कर पाने में सक्षम हो जाता है, लेकिन हम लोग लगातार रातदिन एकता बनाने की कोशिश में लगे रहते हैं, हमे पूरा यकीन है एक दिन हम एकता के बल पर प्रबंधन के शोषण को समाप्त करने में जरूर कामयाब होंगे।

इफको ठेका मजदूरों ने शाम पांच बजे मृतक मजदूरों को दो मिनट का मौन रख कर श्रंद्धाजलि अर्पित की। श्रदांजलि सभा डॉ कमल उसरी, देवानंद, जय प्रकाश मनोज, त्रिलोकी पटेल, द्वारिका समेत कई लोग मौजूद थे।


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