लखीमपुर हिंसा: SIT चार्जशीट में केंद्रीय मंत्री का बेटा मुख्य आरोपी, प्रियंका बोलों- PM भक्षक के साथ खड़े हैं!

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गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी द्वारा बेटे की गिरफ्तारी पर लाखों दावों और लखीमपुर घटना स्थल पर मौजूदगी से इंकार करने के बाद अब उसे मुख्य आरोपी बना दिया गया है। दरअसल, लखीमपुर खीरी हिंसा के 88 दिन बाद मामले में आज एसआईटी ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 13 अन्य के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है। एसआईटी की यह चार्जशीट पूरे पांच हजार पेज की है, जिसमे यह भी बताया गया है कि आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद थे। इस चार्जशीट के दाखिल होने के बाद गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के दावों की हकीकत सामने आ गई। चार्जशीट की इस खबर के बाद सरकार भी विपक्ष के तीखे सवालों के घेरे में है।

मोदी जी के सरंक्षण के चलते टेनी पर जांच की आंच तक नहीं: प्रियंका गांधी

अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या अब दाखिल चार्जशीट में आशीष मिश्रा की घटना पर मौजूदगी साबित होने के बाद अजय मिश्रा टेनी, गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देंगे? विपक्ष की ओर से इसे लगातार मुद्दा बनाया जा रहा है। कांग्रेस इसे लेकर शुरुआत से ही सरकार पर आक्रामक रही है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद एक बार फिर मंत्री अजय मिश्रा टेनी को लेकर प्रियंका गांधी ने मोदी और योग सरकार पर हमला किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि,

” झूठी माफी और कानून वापस लेने जैसे चुनावी कदम भी मोदी जी की किसान विरोधी सोच को ढक नहीं सकते। वे रक्षक के पद पर हैं, लेकिन भक्षक के साथ खड़े हैं।लखीमपुर खीरी नरसंहार मामले की चार्जशीट में भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ही किसानों को कुचलने की घटना के मुख्य आरोपी हैं। लेकिन मोदी जी के सरंक्षण के चलते मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर जांच की आंच तक नहीं आई और वे अपने पद पर बने हुए हैं।”

सरकार और  टेनी ने कहा था कि दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई..

वहीं, पीछले दिनों राहुल गांधी ने भी कहा था कि अजय मिश्रा टेनी को इस्तीफा देना होगा। इसे लिख कर ले लो। मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद का शीतकालीन सत्र भी हंगामेदार रहा। आपको बता दें कि शुरुआत से विपक्ष द्वारा लगातार दबाव के चलते सरकार ने संसद से लेकर सड़क तक यह भी कहा कि अगर टेनी का बेटा दोषी पाया गया तो नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं, 5 अक्टूबर को अजय मिश्रा टेनी ने भी कहा था कि वह लगातार अपनी बात रख रहें हैं। उनके पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि न तो वो और न ही उनका बेटा मौके पर मौजूद थे। उन्हें साफ कहा था कि अगर उनके बेटे की मौजूदगी का सबूत साबित होता है तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

एसआईटी ने माना था कि जानबूझकर किया गया अपराध..

हाल ही में लखीमपुर हिंसा मामले में एसआईटी ने दुर्घटना की धाराओं को हटाकर उनके स्थान पर हत्या के प्रयास, अंग भंग, एक मत के अपराध और असलहों के दुरुपयोग की धाराओं को बढ़ा दिया। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि यह क्राइम किसी लापरवाही का नतीजा नहीं, बल्कि जानबूझकर, साजिशन और जान लेने की नीयत से किया गया अपराध है। वहीं यूपी चुनाव भी नजदीक है। अब जब अजय मिश्रा के बेटे को मुख्य आरोपी बना दिया गया है तो ऐसे में सरकार पर अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा लेने का दबाव काफी बढ़ता जा रहा है।


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