‘सीरिया अरब गणराज्य’ के राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर बशर-अल-असद जीत गये. वे अबतक कुल मिलाकर चौथी बार जीते. पिछले हफ्ते बुधवार को खत्म चुनावों में उन्हे 95.1% वोट मिलने का दावा…
युगों से महामारी के दौर को चित्रकारों ने अपनी रचनाओं में चित्रित किया है। इन चित्रों को हम शुद्ध दस्तावेज़ के रूप में अगर न मानें तो भी, ऐसी कृतियाँ हमें महामारी के…
सीन 1. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के बाहर, कुछ पत्रकार हैं – जो अपने चेहरे को दो मास्क लगाकर ढंके हैं, उनकी कुहनियों तक दस्ताने चढ़े हैं और फिर भी उनके चेहरे पर…
फ़ाइलें दबी रहती हैं न्याय टाला जाता है भूखों तक रोटी नहीं पहुँच पाती नहीं मरीज़ों तक दवा जिसने कोई ज़ुर्म नहीं किया उसे फाँसी दे दी जाती है इस बीच कुर्सी ही…
ये ख़बर और कार्यक्रम के प्रतिभागियों से बातचीत के साथ एक संपादकीय टिप्पणी भी है। हम इसे तत्काल, एक ख़बर की तरह भी प्रकाशित कर सकते थे, लेकिन हम चाहते थे कि हम…
वहां न कोई दुख है, न कोई घबराहट..वहां किसी पर कोई कर नहीं लगता है…वहां जाति या वर्ग का कोई भेद नहीं है…वहां सबके लिए भोजन है…सबके लिए घर है…संत रविदास अपनी वाणी…
स्वतंत्र भारत में शल्य जी ने हिंदी में दर्शन की गतिविधियाँ शुरू करने का जो संकल्प लिया था, उसे समर्थन मिलना शुरू हुआ। डा. संपूर्णानंद, आचार्य नरेंद्र देव, प्रभाकर माचवे जैसे नायकों का…
एक वेबसाइट के तौर पर 3 साल से अधिक समय और वीडियो प्लेटफॉर्म के तौर पर नए साल में प्रवेश करते हुए, हम आप सबके न सिर्फ आभारी हैं – हम आपकी राय-सलाह-मदद…
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनडीटीवी की एक खबर को ‘फेकन्यूज’ कह दिया और पत्रकारिता पर ज्ञान देने वाले जानकारों ने एनडीटीवी को खूब भला-बुरा कहा। अगर मेरी याद्दाश्त सही है तो ऐसा पहले भी…
बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों से नयी ताक़त पाने वाली बिहार के वामपंथी दलों ने आज के भारतबंद को सफल बनाने में ज़ोरदार भूमिका अदा की। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान…
"मेरा नजरिया इसलिए नहीं बदला है कि दूसरों की निजी आजादी के संबंध में भारत की सर्वोच्च अदालत की चुप्पी बिना आलोचना के नहीं रह सकती है। मैं अपने ट्वीट वापस लेने का…
ग्लक के यहां दो मूल भाव हैं । एक ठेठ नारीवादी है। सत्ता के ढांचे इस वृत्त को और अधिक निष्ठुरता प्रदान करते हैं और वे आश्रय प्रदान करने के बजाय और अधिक…
पाठकों को याद होगा, अभी दो-तीन दिन पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उनके सेकुलर होने पर तंज कसने के चक्कर में किस तरह…
स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरुरी है कि पत्रकार स्थायी विपक्ष में रहें लेकिन यह भी तय करना जरुरी है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मायने क्या हैं? क्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में किसी…
लव जिहाद को लेकर हुए दुष्प्रचार का मक़सद यह बताना है कि शातिर मुस्लिम नौजवान, भोली-भाली हिंदू लड़कियों को बहकाकर शादी कर लेते हैं। यह वही मनुस्मृति-वादी मिज़ाज है जो स्त्री को निर्णय…
कुछ लोग खुश हो सकते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय ने संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दक्षिण दिल्ली के शाहीनबाग में तीन माह से ज्यादा चले धरने-प्रदर्शनों को लेकर तल्ख टिप्पणी करते हुए…