मशहूर इतिहासकार शाहिद अमीन अपनी किताब “इवेंट, मेटाफ़ोर और मेमोरी” की शुरुआत में लिखते हैं कि जो लोग लिख नहीं सकते (यानी कि जो लोग दस्तावेज़ लिखने से ज़्यादा अपने कामों में लगे…
मंडल जयंती एक ख़ास मौका है, मौका है सामाजिक न्याय की लड़ाई का जश्न मनाने भर का नहीं बल्कि उसकी समीक्षा का भी। इसलिए हमने इस मौके पर अपने साप्ताहिक शो ‘जात न…