बिजनौर में बकाया भुगतान मांग रहे किसानों पर यूपी पुलिस का कहर, बुजुर्गों को भी नहीं बख्‍शा


वीनी मिलों से बकाया भुगतान की मांग के लिए आत्‍मदाह करने आए थे किसान


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उत्‍तर प्रदेश के बिजनौर में सोमवार को आजाद किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर आत्मदाह करने की घोषणा की थी। यूनियन के सैकड़ों समर्थकों के साथ किसान दिन में कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और डीएम ऑफिस के बाहर लकड़ी डालकर चिता लगा ली थी। इसके बाद का जो नज़ारा सामने आया है, वह भयावह है। पुलिस ने उम्र का लिहाज न करते हुए बुजुर्ग किसानों को घसीट-घसीट कर मारा, चिता से किसानों को उठा कर दूर किया और धरनारत किसानों को तितर-बितर कर दिया।

पुलिस के समझाने पर किसान जब नहीं माने तो पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए सबसे पहले किसानों पर पानी की बौछार कर भगाने का प्रयास किया। बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर कलेक्ट्रेट से किसानों को दौड़ाया। इस दौरान पूरे कलेक्ट्रेट में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। कई किसान कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

आज़ाद किसान यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी के मुताबिक बिजनौर की तीन चीनी मिलों द्वारा अभी किसानों का करोड़ रुपया गन्ने का भुगतान बकाया है। इसी भुगतान को लेकर किसानों ने आत्मदाह करने की कोशिश की थी। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में रूपेश चौधरी, कृपाल सिंह, शकील अहमद सहित सैकड़ों किसानों ज़ख्‍मी हुए।


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