अख़बारनामा: अयोध्या में झाम, दैनिक जागरण ने जमाया काम !

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संजय कुमार सिंह


आज कौन सी खबर की चर्चा की जाए, यह तय करना थोड़ा मुश्किल रहा। मैंने सबसे पहले हिन्दुस्तान टाइम्स देखा फिर इंडियन एक्सप्रेस और उसके बाद द टेलीग्राफ। तीनों के पहले पेज पर ऐसी कोई खबर नहीं दिखी जो सभी अखबारों में हो और शीर्षक व प्रस्तुति के लिहाज से अलग। अमूमन टेलीग्राफ की लीड अच्छी होती है और लिखने का अंदाज भी। पर उसमें स्थानीय खबर लीड बन जाए तो मेरे लिए ऐसी खबर तय करना मुश्किल हो जाता है। आज टेलीग्राफ ने कोलकाता में रात सवा दो बजे फिल्म देखकर पैदल लौट रहे जोड़े को लूटने और पिस्तौल दिखाकर धमकाने की खबर को लीड बनाया है। और बताया है कि संदिग्ध रात में ही पकड़ लिए गए। दिल्ली, एनसीआर समेत देश के कई दूसरे शहरों में ऐसी घटनाएं या तो रिपोर्ट ही नहीं की जाती हैं और की जाती हैं तो तुरंत कार्रवाई शायद ही हुई हो और अखबारों में पहले पेज पर लीड – मुझे तो याद नहीं है।

ऐसे में टेलीग्राफ की यह खबर भी प्रशंसनीय है और इस पर चर्चा हो सकती है पर मुमकिन है आम पाठकों की दिलचस्पी इसमें न हो इसलिए मैं दूसरी खबर तलाश रहा था। जागरण पलटते हुए एक खबर दिखी आज उस की चर्चा कर रहा हूं। देखिए एक ही खबर की प्रस्तुति और उसके साथ प्रकाशित खबरों में कितनी भिन्नता है। दिलचस्प यह रहा कि तमाम अंग्रेजी अखबारों से अलग, यही खबर टाइम्स ऑफ इंडिया में लीड है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर का शीर्षक है, “अयोध्या में कल दो लाख लोग पहुंचेंगे, वीएचपी और आरएसएस का दावा”। इंट्रो है, “राम मंदिर के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के उद्देश्य से बड़ा आयोजन” (आप भी पहुंचिए?)।

दैनिक जागरण में आज “हलचल” विषय के तहत यह खबर प्रमुखता से छपी है। शीर्षक पढ़कर मैं ठिठका। इस खबर का फ्लैग शीर्षक है, “कल अयोध्या में आयोजित धर्म सभा के लिए संघ ने बनाई रणनीति, सामान्य व विपरीत दोनों हालात के लिए की गई हैं तैयारियां”… आप जानते हैं कि इस महीने के शुरू में दिल्ली में संतों की सभा हुई थी और “धर्मादेश” की खबरें प्रमुखता से छपी थीं। पर इस “हलचल” की तैयारियों की घोषणा अखबार पहले से कर रहा है और दावों के आधार पर एलान कर दिया है, “बाधाएं नहीं थाम सकेंगी राम भक्तों का रेला”… मुख्य खबर के साथ दो कॉलम के शीर्षक वाली दो छोटी खबरें हैं, ऊपर-नीचे छपी हैं, पहली का शीर्षक है, “शिवसैनिकों को लेकर अयोध्या पहुंची स्पेशल ट्रेन” और उसके नीचे दूसरी खबर का शीर्षक है, “17 मिनट में विवादित ढांचा ध्वस्त तो कानून में देरी क्यों : राउत”…. इस खबर के साथ प्रमुखता से “25 नवंबर पर निगाहें” और कुछ आंकड़े व सूचनाएं भी हैं। आप भी देखिए, 1322 वाहनों की व्यवस्था बसें काशी “प्रांत” से, 1546 चार पहिया वाहन और 7000 बाइकें। 100 से ज्यादा वाहन प्रयागराज से। दैनिक जागरण में आज पहले पेज पर भरपूर विज्ञापन है और खबरों के दो पहले पेज हैं। यह खबर दूसरे वाले पहले पेज पर बॉटम है। दैनिक जागरण ने अंदर भी कुछ खबरें होने की सूचना पहले पेज पर दी है।

दैनिक भास्कर में यह खबर “अयोध्या मामला” विषय से लीड है। फ्लैग शीर्षक है, “देश भर से पहुंच रहे लोग, उद्धव ठाकरे आज पहुंचेगे”.. मुख्य शीर्षक है, “अयोध्या में धर्म सभा कल; उद्धव ठाकरे आज पहुंचेंगे”… खबर का इंट्रो है, शिवसेना बोली – “17 मिनट में बाबरी तोड़ी, कानून लाने में कितना वक्त लगता है ….”….मुख्य खबर के साथ एक बॉक्स है जिसका शीर्षक है- महाराष्ट्र शिवसैनिक अयोध्या के लिए रवाना। इसके नीचे ट्रेन के एक स्लीपर या जनरल कम्पार्टमेंट की एक फोटो जिसमें एक युवक झंडा बैनर लिए सिर निकाले दिख रहा है। इसके नीचे खबर है, मुंबई, ठाणे और नासिक सहित पूरे महाराष्ट्र से ट्रेनों और बसों के जरिए हजारों शिवसैनिक अयोध्या पहुंच रहे हैं। इनमें सांसद और विधायक भी शामिल हैं। नासिक में यात्रा शुरू करने से पहले शिवसैनिकों ने महाआरती की। दूसरी तरफ, विहिप का दावा है कि दो लाख लोग पहंचेंगे। इसके साथ भास्कर ने यह भी लिखा है, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या में सेना तैनात की जाए। भाजपा किसी भी हद तक जा सकती है। इसके नीचे राममंदिर के पुजारी सत्येंद्र दास का कोट उनकी टिकट साइज फोटो के साथ है, विहिप शिवसेना राजनीति कर रही है। मंदिर बनाना है तो संसद घेरें। अयोध्या में भीड़ बुलाकर क्या होगा।

अमर उजाला में यह खबर पहले पेज पर नहीं है। 17 वां पेज ऊपर पांच राज्यों में चुनाव की खबरों का है और नीचे का आधा प्रदेश की खबरों का। धर्म सभा की खबर यहां लीड है। शीर्षक है, “धर्म सभा दो लाख रामभक्त पहुंचेंगे अयोध्या” …उपशीर्षक है, “9.60 लाख वर्ग फीट मैदान में कल होगी धर्म सभा”…..एक खबर का शीर्षक है, ड्रोन कैमरों से हुजूम पर रहेगी नजर। अन्य खबरों में, देर रात विशेष ट्रेन से 2900 शिवसैनिक अयोध्या पहुंचे, सरसंघचालक भागवत एक घंटा लखनऊ में रुकें, हलचलें तेज, 25 को बंगलूरू, नागपुर में भी संघ की धर्म सभा और इन सबके साथ दो कॉलम में महंत परमहंस ने किया चिता पूजन, राम मंदिर के लिए आत्मदाह की बात दोहराई शीर्षक के साथ, “अयोध्या का संज्ञान ले सुप्रीम कोर्ट, फौज लगाए : अखिलेश” शामिल है।

दैनिक हिन्दुस्तान में यह खबर खबरों के दूसरे पहले पन्ने पर लीड है। शीर्षक है- अयोध्या पर सबकी निगाहें। फ्लैग शीर्षक है-विश्व हिन्दू परिषद की धर्मसभा से पहले राममंदिर मुद्दे पर सियासत गरमाई। यहां भी कई दूसरी खबरें हैं। पर जो खबर दूसरे अखबारों में प्रमुखता से नहीं दिखी वह है, सियासी सरगर्मी की वजह से अयोध्या किले में तब्दील। नवोदय टाइम्स में यह खबर धर्म सभा से पहले अयोध्या में सरगर्मी तेज, सुरक्षा बढ़ाई शीर्षक से पहले पेज पर बॉटम है। खबर के साथ अखिलेश यादव का बयान और फोटो है तथा एक और फोटो है जिसका कैप्शन है-संतों के साथ बैठक करते भाजपा नेता विनय कटियार। नवोदय टाइम्स में यह खबर पेज 15 पर देश विदेश की खबरों वाले पेज पर है और शीर्षक है, ”रामभक्त’ पहुंचने लगे अयोध्या, बढ़ी सुरक्षा।” इसके साथ इससे जुड़ी दूसरी खबरें भी यहां हैं।

राजस्थान पत्रिका में यह खबर तनाव विषय के तहत 20वें पन्ने पर तीन कॉलम में है। शीर्षक है, विश्व हिन्दू परिषद और शिवसेना के कार्यक्रम के लिए जुटने लगे कार्यकर्ता। अयोध्या में माहौल संवेदनशील, ड्रोन से निगरानी, चप्पे-चप्पे पर कमांडो। मुख्य खबर के साथ पत्रिका में एक खबर दिखी जो दूसरे अखबारों में प्रमुखता से नहीं है। शीर्षक है, “विवादित स्थल से न हो छेड़छाड़ : गृहमंत्रालय।” इस सरकारी खबर का आज यह हाल हुआ है और कल करतारपुर साहिब के लिए कॉरीडोर मंजूर शीर्षक सरकारी खबर कई अखबारों में लीड या पहले पेज पर थी। इसमें बताया गया था कि केंद्र सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर को मंजूरी देकर बड़ा फैसला लिया है। इस कॉरिडोर का खुलने के लिए सिख समुदाय के लोग पिछले 70 साल से इंतजार कर रहे थे। बंटवारे के बाद कई गुरुद्वारे पाकिस्तान में रह गए जिसमें करतारपुर साहिब अहम है। आज हिन्दुस्तान टाइम्स में लीड है, भारत कह रहा है कि पाकिस्तान सिख तीर्थयात्रियों को इजाजत नहीं दे रहा है। यह समझना मुश्किल नहीं है कि मंदिर पर बवाल खबरें छपवाने के लिए ही है और अनुकूल खबरें सिर्फ घोषणा या विज्ञप्ति पर छप जा रही हैं।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।