अख़बारनामा: सुषमा के चुनाव न लड़ने का एलान बड़ा पर ख़बर छोटी सी!!

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संजय कुमार सिंह


मैं पहले लिख चुका हूं कि सुप्रीम कोर्ट की खबर हमारे हमारे यहां अखबारों में लीड ही बनती है। इस लिहाज से सीबीआई के डीआईजी मनीष कुमार सिन्हा ने अपनी याचिका में जो आरोप लगाए वह मीडिया को नहीं दिए जाने चाहिए थे पर मिल गए तो ‘खबर’ पहले पेज की ही थी। और कल मैं इसपर चर्चा कर चुका हूं। संयोग से आज भी सुप्रीम कोर्ट की एक खबर है और पुराने नियम से उसे लीड ही बनना है। इसमें यह देखा जा सकता है कि कल की खबर को कम महत्व देने वालों ने आज की खबर को कितना महत्व दिया है। पर वह एक जैसी खबर पर दोबारा चर्चा करना होगा जबकि आज हमारे पास एक अलग राजनीतिक खबर चर्चा योग्य है।

खबर है, सुषमा स्वराज का चुनाव न लड़ने का एलान। यह एलान कल छत्तीसगढ़ में मतदान के दिन और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रचार के बीच में किया गया। सुषमा स्वराज ने भले ही यह एलान बहुत ही सामान्य तौर पर समय का ध्यान रखे बगैर किया हो। लेकिन इसके फैलने और अखबारों में छपने का राजनीतिक महत्व है। आज इस खबर को किसने कैसे कितना छापा देखना ज्यादा दिलचस्प रहेगा। अंग्रेजी अखबारों में हिन्दुस्तान टाइम्स ने इसे पहले पेज पर सिंगल कॉलम में छापा है। शीर्षक भी सामान्य सूचना जैसा है। हालांकि फोटो के साथ छपी यह खबर लंबी और अंदर के पेज पर जारी है।

इंडियन एक्सप्रेस ने इसे पहले पेज पर दो कॉलम में छापा है। सुषमा स्वराज की फोटो नहीं है पर शीर्षक है, “चुनाव वाले मध्य प्रदेश में सुषमा : 2019 के चुनाव मैदान में नहीं उतरूंगी”। अखबार ने यह खबर छत्तीसगढ़ में मतदान की फोटो और सूचना के साथ छापी है। टाइम्स ऑफ इंडिया में भी यह खबर सिंगल कॉलम में है। शीर्षक है, स्वास्थ्य के कारण सुषमा 19 का चुनाव नहीं लड़ेंगी। यह खबर अंदर के पेज पर जारी है।

कोलकाता के अंग्रेजी दैनिक द टेलीग्राफ ने इसे तीन कॉलम में फोटो के साथ लीड बनाया है। बीच के एक कॉलम में पीटीआई की इस फोटो का कैप्शन है, “एक नवंबर को दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक में भाग लेने पहुंची सुषमा।” खबर का फ्लैग शीर्षक है, “2019 का चुनाव नहीं लड़ेंगी : दिग्गज”। मुख्य शीर्षक है, “सुषमा के टाइमिंग ने भाजपा को चौंकाया”। जेपी यादव ने खबर के शुरू में ही लिखा है, “….. इससे पार्टी में कई लोग यह सोचने को मजबूर हुए कि मध्य प्रदेश चुनाव के लिए चल रहे अभियान के बीच में विदेश मंत्री की इस घोषणा का कोई राजनीतिक मतलब तो नहीं है।” सुषमा स्वराज 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इंदौर गई हुई थीं जहां उन्होंने यह घोषणा की।

हिन्दी अखबारों में दैनिक जागरण ने पहले पेज पर ईयर पैनल में सुषमा स्वराज की फोटो लगाई है और सूचना दी है, स्वास्थ्य कारणों से अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी सुषमा 13 (यानी खबर पेज 13 पर है) अखबार का पहला पेज पूरा विज्ञापन है और खबरों के पहले पेज पर यह खबर नहीं है। दैनिक भास्कर में भी यह खबर पहले पेज पर नहीं है। अमर उजाला में यह खबर पहले पेज पर सिंगल कॉलम में है। आधे कॉलम में सुषमा स्वराज की फोटो भी है। खबर का शीर्षक है, सुषमा स्वराज नहीं लड़ेंगी अगला लोकसभा चुनाव। राजस्थान पत्रिका ने पहले पेज पर अंदर पढ़ें में बताया है, सुषमा नहीं लड़ेंगी चुनाव, पति ने कहा मैडम, थैंकयू।

दैनिक हिन्दुस्तान में भी यह सूचना, “सुषमा लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी” पहले पेज पर है और खबर के रूप में है कि ब्यौरा अंदर के पेज पर है। नवोदय टाइम्स में यह खबर पहले पेज पर सिंगल कॉलम में आधे कॉलम की फोटो के साथ है। नवभारत टाइम्स में भी यह खबर पहले पेज पर सिंगल कॉलम में टिकट साइज फोटो के साथ है। खबर अंदर जारी है और पहले पेज पर शीर्षक है, सुषमा ने चौंकाया, अगला आम चुनाव नहीं लड़ेंगी।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।