चंडीगढ़: प्रधानमंत्री ने कहा था पकौड़े बेचो, छात्रों ने सच में बेचे ‘’मोदी पकौड़े’’ तो गिरफ्तार हो गए

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मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी के सभा स्थल के नजदीक डिग्री ग्राउन पहन कर ‘मोदी पकौड़े’ बेचते दर्जन भर छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

ये छात्र काले रंग के ग्रेजुएशन रोब्स में प्रदर्शन कर रहे थे और ‘मोदी पकौड़ा’ बेच रहे थे. जिसके बाद करीब 12 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया. हालांकि जब रैली खत्म हो गई तो इन छात्रों को रिहा कर दिया गया.

इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि छात्र तरह-तरह से पकौड़े बेच रहे हैं. छात्रों के द्वारा इंजीनियर्स के पकौड़े और बीए-एलएलबी पकौड़े बेचे गए.

रैली के नजदीक प्रदर्शन करने आए प्रदर्शनकारियों ने बताया, ‘हम पकौड़ा योजना के तहत नए रोजगार देने के लिए पीएम मोदी का स्वागत करने आए हैं. हम पीएम मोदी की रैली में पकौड़े बेचना चाहते हैं जिससे यह जान सकें कि पढ़े लिखे युवाओं के लिए पकौड़े बेचना कितना महान है.’

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है.बीते वर्ष फरवरी में बेंगुलुरु में भी मोदी की एक रैली के सामने छात्रों के एक समूह ने डिग्री ग्राउन पहन कर पकौड़े बेच कर मोदी का विरोध किया था. उस वक्त पुलिस ने उन छात्रों को सभा स्थल से खदेड़ दिया था. इसके अलावा दिल्ली,इलाहाबाद, लखनऊ सहित पूरे देश में इस तरह से छात्र और युवाओं ने प्रदर्शन किये.

बीते वर्ष कर्णाटक में पकौड़े बेच कर मोदी का विरोध करते छात्र

गौरतलब है कि 2014 में मोदी ने कई वादे किये थे और भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में प्रति वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था. किन्तु पिछले साल जनवरी में पीएम मोदी ने अपने प्रिय पत्रकार सुधीर चौधरी से एक बातचीत में रोजगार संबंधित एक प्रश्न के जवाब में कहा था कि -“कोई यदि ज़ी न्यूज़ के ऑफिस के बाहर ठेला लगा कर पकौड़े बेच कर रोज 200 रुपए कमाता है तो क्या वह रोजगार नहीं है?”

इसके बाद उनकी खूब फजीयत हुई थी किन्तु मोदी जी को इनकी आदत पड़ चुकी है और वे इन बातों की परवाह नहीं करते.

हद तो तब हुई जब उनकी इस पकौड़े बेचने की बात को उनकी पूरी टीम जो इनदिनों अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ कर वोट मांग रहे हैं उन सबने मोदी की बात को जायज ठहराते हुए पकौड़े बेचने को सरोजगार कहा.

गौरतलब है कि पीएम के पकौड़ा वाले बयान की विपक्ष ने कड़ी निंदा की थी और उनका यह बयान सोशल मीडिया पर भी खूब ट्रोल हुआ था.
बता दें कि मोदी युग में चार डायलाग बहुत चर्चित हुए थे, वे थे -अच्छे दिन आने वाले हैं, काला धन आएगा और हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख जायेगा, न खाऊँगा न खाने दूंगा और बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ.

15 लाख वाली बात को खुद अमित शाह ने जुमला करार दिया और रोजगार के सवाल पर मोदी ने युवाओं को पकौड़े बेचने की सलाह दे डाली.


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