बलिया का सिकन्‍दरपुर तीन दिन तक जलता रहा, बीजेपी विधायक दंगाइयों की अगुवाई करता रहा



बलिया के सिकन्दरपुर में दुर्गापूजा और मुहर्रम के दौरान हुई सम्प्रदायिक हिंसा की ख़बरें वैसे तो सभी राष्‍ट्रीय अख़बारों में प्रकाशित हुई थीं लेकिन ऐसा लगता है कि उस मौके पर कई जगह हिंसा की स्थिति होने के कारण अख़बारों ने इन सभी खबरों को एक पैकेज के तौर पर निपटा दिया। अगर कोई पत्रकार सिकन्‍दरपुर में ज़मीनी स्थिति का जायज़ा लेने जाता और पीडि़तों से मिलता, तो उसे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की संलिप्‍तता इसमें के बारे में ज़रूर सूचना मिलती। जिस सहजता से सिकन्‍दरपुर गई रिहाई मंच की टीम के सामने पीड़ितों ने घटनाक्रम और मौजूद दंगाइयों के नामों का बयान किया और अपना दर्द रखा, उससे समझ में आता है कि बहुत संभव है इस घटना की पत्रकारों ने शायद इसी वजह से पड़ताल न की रही हो। सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता असद हयात, बलवंत यादव, डॉ अहमद कमाल, तारिक शफीक, ओवैस असगर, महमूद अंसारी और राजीव यादव ने सिकन्‍दरपुर जाकर पीडि़तों से हुई बातवीत के आधार जो रिपोर्ट लिखी है, उसे मीडियाविजिल नीचे अपने पाठकों के लिए अविकल प्रस्‍तुत कर रहा है। (संपादक)

 


भाजपा नेता संजय जायसवाल की छत से मुहर्रम के जुलूस पर पत्थर फेंके जाने के बाद भड़की हिंसा

भाजपा विधायक संजय यादव की मौजूदगी में सिकन्दपुर के मुस्लिमों की दुकानों में हुई लूटपाट और आगजनी

रिहाई मंच की टीम ने हिंसा के पीड़ितों से हुई बातचीत के बाद जारी की रिपोर्ट 

सिकन्दरपुर के पुराना पोस्ट ऑफिस के पास 30 सितंबर की शाम हिन्दू-मुस्लिम युवक में कथित मारपीट के बाद हिंदू लड़की से मेले में कथित छेड़छाड़ की एक अफ़वाह फैली। दूसरे दिन मुहर्रम के जुलूस के दौरान चेयरमैन प्रतिनिधि भाजपा नेता संजय जायसवाल के घर से आए एक पत्थर के बाद तनाव भड़का। प्रशासन और स्थानीय भाजपा विधायक संजय यादव की मौजूदगी में मुस्लिमों की दुकानों में लूटपाट और आगजनी हुई। वहीं तीसरे दिन 2 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन के दौरान फिर से मुस्लिमों की दुकानों में लूटपाट और आगजनी हुई। अनवार प्रिंटिंग प्रेस और स्टूडेंट्स बुक स्टाल भी दंगाइयों की लूट की भेंट चढ़ गया।

आरंभिक तनाव 1 अक्टूबर को भाजपा के संजय जायसवाल की छत से मुहर्रम के जुलूस पर आए पत्थर के बाद भड़का। भाजपा विधायक संजय यादव की मौजूदगी में मुस्लिम दुकानों पर हमला शुरू हो गया। दुकानों में तोड़फोड़ करते हुए भीड़ अब्दुल्ला काम्प्लेक्स स्थित साजन शू सेंटर पहुंची और वहां हमला और लूटपाट कर दुकान को उसने आग के हवाले कर दिया। पास के बिलाल कटरा में कश्मीर क्लॉथ स्टोर को लूटकर आगजनी की गई। इसके बाद भीड़ ने आजाद खाँ के आजाद रेडीमेड स्टोर में लूटपाट और आगजनी की। ताज मार्किट में गुलजार की रेडीमेड की दुकान इंडियन रेडीमेड को भी लूटपाट के बाद आग के हवाले कर दिया गया।

भीड़ ने बड़े पैमाने पर कस्बे के बड़े मुस्लिम व्यवसायियों की दुकानों पर हमला किया। सिकन्दपुर चौराहे बालूपुर रोड स्थित मॉडर्न साइकिल सेंटर पर हमला कर लूटपाट की गई। दुकान के मालिक अमानतुल्लाह बताते हैं कि उनकी दुकान में वीरेंद्र राजभर का ड्राइविंग लाइसेन्स व एक घड़ी गिरी हुई मिली। इससे साफ है कि वो और उसके अन्य साथी इस लूटपाट में लिप्त थे। वहीं मोहम्मद शमीम की सेंट्रल बैंक के सामने स्थित दूसरी दुकान साहिबा फैशन में लूटपाट के दौरान स्थानीय भाजपा विधायक संजय यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ विमल क्लॉथ स्टोर पर मौजूद रहे। इस दौरान ग्राम कोथ, गाजी पकड़, लीलकर के प्रधान भी मौजूद रहे और दंगाई दुकान का माल लूटकर उनकी गाड़ियों से ले जाते रहे।

इनकी दुकान के सामने सेंट्रल बैंक है जिस पर सीसीटीवी कैमरा लगा है, जिसके फुटेज साफ कर देंगे कि इस साम्प्रदायिक हिंसा के दोषी कौन हैं। आफताब कटरे में कस्बे के वरिष्ठ पत्रकार मुश्‍ताक़ अहमद के बेटे की किंग मोबाइल नामक दुकान में लूटपाट हुई। चौधरी कटरा में आसिफ खान राजू के खान मोबाइल सेंटर में पहले दिन 1 अक्टूबर को लूटपाट की गई। राजू बताते हैं कि वे आए और ताला बंद कर चले गए और फिर पता चला कि जो इन्वर्टर औऱ बैटरी बची थी उसको भी तोड़कर दंगाई उठा ले गए। वहीँ उनकी दुकान की ही कुर्सी निकालकर बैठ रही पुलिस वाली कुर्सी वहीं बनी रही। ये साफ करता है कि पुलिस और दंगाइयों में गठजोड़ था जिसने लूटने की खुली छूट दंगाइयों को दी थी। चौधरी कटरा में आरिफ शू सेंटर में भी लूटपाट हुई।

नौशाद खाँ के मुस्कान जनरल स्टोर, खुर्शीद अंसारी के सोनी मोबाइल, इश्तियाक अहमद के अंसारी मोबाइल, बिलाल कटरा में आफताब आलम की दुकान समेत क़स्बे की विभिन्न दुकानों में लूटपाट हुई। घटना के दो हफ्ते बाद भी अब तक दुकानों में की गई आगलगी और लूटपाट की एफआईआर पुलिस नहीं दर्ज कर रही है।


रिहाई मंच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित