अमित शाह की रैली से पहले आरा में खूनी हिंसा, भाकपा(माले) के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला



लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले आरा में खूनी संघर्ष आरंभ हो गया है. शुक्रवार शाम महागठबंधन के प्रत्‍याशी राजू यादव का प्रचार करने निकले भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं और उनके प्रचार वाहन पर उदवंतनगर के नवादाबेन गांव में जानलेवा हमला हुआ है. यह घटना भोजपुर जिला मुख्यालय से लगभग दस किलोमीटर दूर की है.

घटना शाम को लगभग छह बजे की है जब विशाल,  उमेश और योगी पासवान रास्ते में मैजिक गाड़ी को रोककर दलित बस्ती में राजू यादव का चुनावी परचा बांटने गये हुए थे. घायल योगी पासवान ने मीडियाविज़िल को बताया कि जब वे वापस लौटे तो देखा कि गाड़ी पर लगे बैनर फाड़ दिए गये थे और गाड़ी को क्षति पंहुचा दी गयी थी. गाड़ी को नुकसान पहुचाने वाले लाठी-डंडे और खंति के साथ वहीं मौजूद थे.

योगी ने बताया, ‘’जब हमने इसके बारे में पूछा तो उन लोगों ने अपने हथियार से हमला कर दिया और बचाव का कोई मौका नहीं दिया’’. उसके बाद वहां के ग्रामीणों ने आरा के सदर अस्पताल में उन्हें पहुंचाया. घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले विक्की ने बताया, ‘’जब हम बाजार से घर जाकर गाड़ी लगाये तभी एक छोटे से बच्चे ने आकर कहा कि देखिये मारपीट हो गया है’’. विक्की का कपड़ा खून से सना हुआ था और वे बोलने की स्थिति में नज़र नहीं आ रहे थे.

विशाल पासवान पर धारदार हथियार से इतना जोरदार हमला हुआ है कि पेट की अंतड़ी बाहर आ गयी है. उन्‍हें आरा के सदर अस्पताल ले जाया गया जहां के डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि नाजुक हालत होने के चलते उन्‍हें वहां से तुरंत पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया.

अस्पताल में मौजूद भाकपा (माले) के समर्थक राकेश कुमार ने बताया कि 7 मई को वे शाहपुर जा रहे थे कि उनकी गाड़ी गलत रास्ते पर चलते हुए छोटकी सासाराम पहुंच गयी. राकेश की गाड़ी में राजू यादव के समर्थन में गीत बज़ रहा था. तभी उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश हुई लेकिन तब तक भाकपा माले के कुछ समर्थक वहां पहुंच गए थे.

हाल ही में आरके सिंह का एक वीडियो खूब वायरल हुआ है जिसमें वे अपने समर्थकों से यह कह रहे है कि यदि कोई राजद, कांग्रेस और गठबंधन से जुड़ा व्‍यक्ति वोट मांगने आये तो उसे जूता से मारिये और कहिये कि तुम सब चोर हो. इसके बाद से ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं, जिसने कल खूनी संघर्ष का रूप ले लिया.

शुक्रवार देर रात घायलो को देखने के लिए अस्पताल में काफी भीड़ जुट चुकी थी. उधर कथित तौर पर हमला करने वाले तीन लोग भी आरा के सदर अस्पताल में काउंटर इन्जरी के इलाज़ के लिए पहुंचे थे जिन्‍हें मौके पर मौजूद पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उन्‍हें छुड़ाने के लिए थोड़ी देर बाद संदेश के पूर्व भाजपा विधायक संजय टाइगर पहुंचे लेकिन पुलिस ने हिरासत में लिए हुए लोगों को छोड़ने से इंकार कर दिया. इसके बाद भाजपा के पूर्व विधायक चलते बने. इस बीच भाकपा (माले) से जुड़े अमित कुमार बंटी ने संजय टाइगर के हस्तक्षेप पर प्रतिवाद किया.

सदर अस्पताल में जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी और भारी संख्‍या में पुलिस बल रात में ही पहुंच गया था.

आरा में 19 मई को मतदान है. आज यहां के रमना मैदान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने प्रत्‍याशी व केंद्रीय ऊर्जा मंन्त्री आरके सिंह के प्रचार में आ रहे हैं. आरा के इप्टा से जुड़े अंजनी शर्मा का कहना है कि बीजेपी अपनी आसन्न हार को देख रही है जिसके कारण वह बौखला गयी है.


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