गोंडा में बछड़ा काटते पकड़े गए ‘दीक्षित बंधु’, थी दंगा कराने की साज़िश !



दो दिन पहले गोंडा में जो हुआ, वह बताता है कि उत्तर प्रदेश को  आग में झोंकने के लिए क्या –क्या उपाय किए जा रहे हैं। गोंडा ज़िले के एक गाँव में दो दीक्षित भाइयों ने पड़ोसी का बछड़ा खेत में ले जाकर काट डाला। संयोग से उन्हें देख लिया गया और वे रंगे हाथों पुलिस के हवाले कर दिए गए। हिंदू और मुस्लिम समुदाय ने इस मुद्दे पर पुलिस में दबाव बनाकर दोषियों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कराया है।  इस ख़बर को कारोबारी मीडिया ने तवज्जो नहीं दी है, लेकिन सोशल मीडिया में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से काफ़ी कुछ छपा है और तस्वीरें भी सामने आई हैं।

फ़ेसबुक पर अभिषेक भोला ने तफ़सील से जानकारी देते हुए कल लिखा— “माहौल बिगाड़ने के लिए दो राक्षसों ने रचा घिनौना प्लान,भटपुरवा गाँव के गणेश प्रसाद दीक्षित के द्वार पर बंधे बछड़े को दो राक्षसों ने खूंटे से खोलकर मकई के खेत मे बछड़े को ले जाकर गला काटकर की हत्या , प्रत्यक्षदर्शी ने 100 नम्बर पर किया फोन, मौके पर पहुँची यूपी 100  की पुलिस ने दोनों राक्षसों राम सेवक दीक्षित व मंगल दीक्षित को मौके पर खून से सने हाथों और हथियार सहित किया गिरफ्तार, पुलिस की मुस्तैदी व गतिशीलता से बड़ी साजिश हुआ बेनकाब, पुलिस दोनों आरोपियों से कर रही है पूछताछ, सूचना पाते ही सभी समुदाय के सैकड़ों लोग थाने का घेराव कर आरोपियों पर कठोर कार्यवायी की कर रहे हैं मांग, पुलिस दो अभियुक्तों पर NSA लगाने की कर रही है तैयारी, कटरा कर्नलगंज सहित कई इलाकों में आज ही मनाया जाएगा मुहर्रम, मामला कटरा बाजार थाना क्षेत्र के मौजा देवा पसिया के भटपुरवा गाँव का है। ”

कहना मुश्किल है कि अभिषेक भोला पत्रकार हैं या नहीं, लेकिन उनका अंदाज़ बताता है कि टीवी में यह ख़बर कैसे पढ़ी जाती।

उधर, हस्तक्षेप.कॉम ने इस मसले की जानकारी देते हुए लिखा है कि-

“गाय के नाम पर पूरे भारत में गौआतंकी निर्दोषों की हत्याएं कर रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का जो मामला सामने आया है उससे पोल खुल गई है कि इस गौआतंक के पीछे किनका हाथ है।

हमने जब गोण्डा पुलिस से ट्विटर पर घटना की जानकारी चाही, तो उत्तर मिला –

“इस प्रकरण में अभियुक्तों के खिलाफ धारा 295A,153A, 505b  भादवि व 3/8 गोवध निवारण अधिनियम अभियोग पंजीकृत कर माननीय न्यायालय रवाना किया गया।”

शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने फेसबुक पेज पर कुछ चित्र शेयर किए हैं। पूरे घटनाक्रम को उन्होंने इस तरह बयाँ किया है –

रामसेवक दीक्षित, और मंगल दीक्षित ने गॉंव के ही गणेश प्रसाद का बछडा खोलकर उसका गला काट दिया, एक चश्मदीद हिंदू भाई ने इसे देखकर 100 नम्बर डायल कर दिया, संयोग से पुलिस वैन थोडी दूर से गुज़र रही थी, पुलिस ने रंगे हाथ रामसेवक दीक्षित को ख़ून लगे चाकू और काटे गये बछडे के साथ गिरफ़्तार कर लिया!

घटना गोंडा के थाना कटरा बाज़ार के गॉंव देवा पसिया भटपुरवा की है, 1 October रात 12 बजे घटी इस घटना ने पुलिस की सूझबूझ से गोंडा को जलने से बचा लिया !

एडिश्नल SP गोंडा ने गिरफ्तार रामसेवक और मंगल दीक्षित पर रासुका की कार्यवाई करने का आश्वासन दिया है !!

दशहरा, दुर्गापूजा, मुहर्रम, गॉंधी जयंती जैसे महत्वपूर्ण त्यौहारों से तनाव तनाव से गुज़र रहे समाज के लिये ये घटना कितनी भयावह हो सकती थी, अगर असली गुनहगार मौके से ना पकडे जाते तो आप अंदाज़ा लगाइये कि इल्ज़ाम मुललमानों पर जाता और शायद दंगा भी भडक सकता था !

दोस्त जैसे भाई मसूद आलम ने पूरी घटना की जानकारी दी है और तस्वीरें भी भेजी हैं, कुछ तस्वीरें आपसे साझा कर रहा हूँ !!

इस घटना की गहराई से जॉंच हो तो शायद कुछ बडे साज़िशकर्ताओं के नाम आयेंगे !

शुक्रिया पुलिस प्रशासन गोंडा

आप लोग भी अपने अपने इलाक़ों में, गॉंवों में सतर्क रहिये, आसपास नज़र रखिये, क्योंकि समाज को जलाने और तोडने की कोशिश वाले गद्दार आपके आसपास ही छुपे हैं ! ”